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सुंदर स्त्री जब शेर सुनाती है तो शेर आयत बन जाते हैं

'सौंदर्य की कविता' और 'कविता का सौंदर्य,' दोनों ही महत्वपूर्ण हैं. परन्तु इन दोनों से भी अधिक महत्वपूर्ण है- सौंदर्य…

6 years ago

डिकर: वनस्पतियों से निर्मित देव प्रतिमाएँ

डिकर का मतलब है पूजे जाने के लिए बनायी जाने वाली मूर्ति या वनस्पतियों से निर्मित देव प्रतिमाएँ. इनका निर्माण…

6 years ago

जब 4 मिनट में पहाडों की छवि मिट्टी में मिला दी गई

25 मार्च को न्यूज 18 इंडिया कार्यक्रम के पत्रकार प्रतीक त्रिवेदी अपने मशहूर चुनावी शो 'भैयाजी कहिन' के लिए उत्तराखंड…

6 years ago

भारत की पहली डबल सेंचुरी बनाने वाले पॉली उमरीगर का जन्मदिन है आज

भारतीय क्रिकेट के सर्वकालीन महानतम खिलाड़ियों में गिने जाने वाले पॉली उमरीगर (Polly Umrigar) ने चालीस के दशक के अन्तिम…

6 years ago

गैरीगुरु की पालिटिकल इकानोमी : अथ चुनाव प्रसंग

गैरीगुरु उर्फ गिरिजा का नाम एडम स्मिथ, रिकार्डों, जेएसमिल के बाद सीधे गुन्नार मिरडल तक जाता है. गिरिजा से उन्हें…

6 years ago

पिछले दरवाजे से भीतर घुसना ही हमारी संस्कृति का प्रतीक है

पिछला दरवाजा बड़ा चमत्कारी होता है. आगे के दरवाजे पर बैठा हुआ संतरी जिसे भीतर घुसने से रोक लेता है…

6 years ago

चावल भलौ आछाम को, लूण भलौ कुटी को : गंगोत्री गर्ब्याल का लेख

बचपन का धारचूला गंगोत्री गर्ब्याल जिस दिन कुंचा धारंचूला पहुंचता, उस दिन की खुशी का कोई पार नहीं. चित्त अति…

6 years ago

तवाघाट कितना कुछ बताता है हमें

लखनऊ में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार-यायावर-कवि गोविन्द पन्त 'राजू' देश के पहले पत्रकार थे जिन्हें अन्टार्कटिका के अभियान में जाने…

6 years ago

उत्तराखण्ड की वादियों में घुलता नशा

नशा एक सामाजिक समस्या उत्तराखण्ड राज्य की प्रमुख सामाजिक समस्याओं की बात की जाये तो उनमें नशा प्रमुख समस्या के…

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मोत्दा-च्चा-बड़बाज्यू की दैहिक कहानी का अंत

फरहत का परिवार हमारे पड़ोस में रहता था. चूल्हे-चौके की तमाम गोपनीयता के बावजूद दोनों परिवार लगभग एक ही छत…

6 years ago