परम्परा

उत्तराखण्ड का लोकपर्व उत्तरायणी

उत्तराखण्ड (Uttarakhand) का लोक पर्व उत्तरायणी अब करीब ही है. इस मौके पर होने वाले मेले सज चुके हैं और…

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देश में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है मकर संक्रान्ति का त्यौहारदेश में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है मकर संक्रान्ति का त्यौहार

देश में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है मकर संक्रान्ति का त्यौहार

मकर संक्रान्ति भारत और नेपाल के हिंदुओं द्वारा मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहारों में से एक है. मकर संक्रान्ति का…

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हुड़के की गमक और हुड़किया बौलहुड़के की गमक और हुड़किया बौल

हुड़के की गमक और हुड़किया बौल

उत्तराखण्ड में लोकगीतों की लम्बी परम्परा रही है. यह हमारा दुर्भाग्य है कि इसे लिखित रूप में सहेज कर रखने…

6 years ago
घोड़ाखाल: धार्मिक आस्था और सैन्य शिक्षा का केंद्रघोड़ाखाल: धार्मिक आस्था और सैन्य शिक्षा का केंद्र

घोड़ाखाल: धार्मिक आस्था और सैन्य शिक्षा का केंद्र

उत्तराखण्ड के कुमाऊँ मंडल के नैनीताल जिले का एक छोटा सा क़स्बा है भवाली. यह क़स्बा समुद्र तल से 1,654…

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एक चुटकी जखिया में बसा स्वाद और खुश्बू का समंदरएक चुटकी जखिया में बसा स्वाद और खुश्बू का समंदर

एक चुटकी जखिया में बसा स्वाद और खुश्बू का समंदर

अगर आप पहाड़ में हैं और किसी भी साग-सब्जी को खाने के दौरान दांतों के बीच आकर कुछ बारीक, करारे…

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जम्बू: उच्च हिमालयी क्षेत्रों का दिव्य मसालाजम्बू: उच्च हिमालयी क्षेत्रों का दिव्य मसाला

जम्बू: उच्च हिमालयी क्षेत्रों का दिव्य मसाला

भारतीय खान-पान की परंपरा में मसालों की महत्वपूर्ण भूमिका है. अपने खाने में मसालों के इस्तेमाल से भारतीय रसोई में…

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डाक टिकट भी जारी हो चुका है हिमालय के इस वफादार-बहादुर कुत्ते परडाक टिकट भी जारी हो चुका है हिमालय के इस वफादार-बहादुर कुत्ते पर

डाक टिकट भी जारी हो चुका है हिमालय के इस वफादार-बहादुर कुत्ते पर

हिमालय के पहाड़ी इलाकों ख़ास तौर पर उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश और नेपाल में पाई जाने वाली कुत्तों की सबसे विख्यात…

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पाण्डवाज़ का एक्सक्लूसिव इंटरव्यूपाण्डवाज़ का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

पाण्डवाज़ का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

[एक ऐसे समय में जब कुमाऊँ-गढ़वाल का लोकसंगीत संभवतः अपने सबसे बुरे और बेसुरे दौर से गुज़र रहा था, ताज़ा…

6 years ago
बिना दूल्हे वाली बारात की भी परम्परा थी हमारे पहाड़ों मेंबिना दूल्हे वाली बारात की भी परम्परा थी हमारे पहाड़ों में

बिना दूल्हे वाली बारात की भी परम्परा थी हमारे पहाड़ों में

अक्सर हमें अपने बड़े-बूढ़ों से सुनने को मिलता है कि एक ज़माने में सैनिकों या किसी अन्य वजह से घर…

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नैनीताल की पाषाण देवीनैनीताल की पाषाण देवी

नैनीताल की पाषाण देवी

उत्तराखण्ड में शाक्त परम्परा की महाशक्तियों के पूजन की प्रथा बहुत पुरानी है. उत्तराखण्ड के जनमानस में सबसे बड़ा धार्मिक…

6 years ago