यात्रा पर्यटन

गुप्तकाशी के देवर गांव का सहज जनजीवनगुप्तकाशी के देवर गांव का सहज जनजीवन

गुप्तकाशी के देवर गांव का सहज जनजीवन

हम शंकित हैं कि इससे पहले सांझ सूरज को अपने पल्लू में ढांपकर सुला दे या फिर बारिश दोनों को…

2 years ago
ताली बजाने पर बुलबुले उठते हैं उत्तराखंड की इस ताल मेंताली बजाने पर बुलबुले उठते हैं उत्तराखंड की इस ताल में

ताली बजाने पर बुलबुले उठते हैं उत्तराखंड की इस ताल में

अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण उत्तराखंड में कई ऐसे स्थान हैं जो रहस्यमयी कहलाने लगते हैं. आस्थावान इसे चमत्कार मानते…

2 years ago
पर्यटकों के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है मसूरी स्थित जॉर्ज एवरेस्टपर्यटकों के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है मसूरी स्थित जॉर्ज एवरेस्ट

पर्यटकों के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है मसूरी स्थित जॉर्ज एवरेस्ट

मसूरी शहर से महज 5-6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जॉर्ज एवरेस्ट वर्तमान में पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय गंतव्य…

2 years ago
सफरनामा: लोहाघाट से नैनीताल तकसफरनामा: लोहाघाट से नैनीताल तक

सफरनामा: लोहाघाट से नैनीताल तक

यात्रायें क्या हैं? किसी के लिए उदेश्यों की पूर्ति, किसी के लिए परिस्थितियों से भागना, किसी के लिए हवाख़ोरी, किसी…

2 years ago
सुबह की मीठी शुरुआत अल्मोड़ा के मालपुए के साथसुबह की मीठी शुरुआत अल्मोड़ा के मालपुए के साथ

सुबह की मीठी शुरुआत अल्मोड़ा के मालपुए के साथ

अगर आप अल्मोड़ा शहर में हल्द्वानी की ओर से सुबह-सुबह प्रवेश कर रहें हैं या फिर उस दिशा को जा…

2 years ago
गोल पहाड़ी की खांडेश्वरी देवी : मालदेवता, बनगांवगोल पहाड़ी की खांडेश्वरी देवी : मालदेवता, बनगांव

गोल पहाड़ी की खांडेश्वरी देवी : मालदेवता, बनगांव

यात्रायें जीवन की तलाश हैं और इस तलाश का हासिल गतिमान होकर उस छोर को पकड़ना है जो चेतना के किसी…

2 years ago
अपने आप में एक आकर्षण लिए हुए है पिंडारी ग्लेशियरअपने आप में एक आकर्षण लिए हुए है पिंडारी ग्लेशियर

अपने आप में एक आकर्षण लिए हुए है पिंडारी ग्लेशियर

उत्तराखंड के मुख्य हिमालय क्षेत्र में बसा पिंडारी ग्लेशियर अपने आप में एक आकर्षण लिए हुए है जो कि पूरे…

2 years ago
आखिर पवित्र नदियों के संगम की ऐसी दुर्गति क्यों?आखिर पवित्र नदियों के संगम की ऐसी दुर्गति क्यों?

आखिर पवित्र नदियों के संगम की ऐसी दुर्गति क्यों?

मैं जौलजीबी के झूला पुल से गुजरते हुए नेपाल की सीमा से जुड़े हुए गांव की ओर बढ़ रही हूं,…

2 years ago
कण्वाश्रम : जहां राजा दुष्यंत ने विश्वामित्र व मेनका की कन्या शकुंतला को देखाकण्वाश्रम : जहां राजा दुष्यंत ने विश्वामित्र व मेनका की कन्या शकुंतला को देखा

कण्वाश्रम : जहां राजा दुष्यंत ने विश्वामित्र व मेनका की कन्या शकुंतला को देखा

"हिमालय के दक्षिण में, समुद्र के उत्तर में भारत वर्ष है जहां भारत के वंशज रहते हैं." संभवतः मैं उसी…

2 years ago
कहो केदार क्या हाल हैं : एक यात्रा वृतांतकहो केदार क्या हाल हैं : एक यात्रा वृतांत

कहो केदार क्या हाल हैं : एक यात्रा वृतांत

पहली बार केदारनाथ गया तो वहां के हाल देख पर्यावणविद सुंदरलाल बहुगुणाजी का कहा याद आया कि ग्लेशियर धीरे-धीरे मरुस्थल…

2 years ago