बटरोही

तल्लीताल का डिग्री कॉलेज हमें वापस करोतल्लीताल का डिग्री कॉलेज हमें वापस करो

तल्लीताल का डिग्री कॉलेज हमें वापस करो

ब्रह्मा जगत-पिता हैं जिसके लिए ब्रह्मांड के सभी जीव उसकी संतान हैं. लेकिन इतिहास बताता है कि भारत की आज़ादी…

3 years ago
धसपड़ का झूला और नई ज़िन्दगीधसपड़ का झूला और नई ज़िन्दगी

धसपड़ का झूला और नई ज़िन्दगी

अल्मोड़ा जिले का धसपड़ गांव हाल में राष्ट्रीय सुर्ख़ियों का हिस्सा बना था. धौलछीना ब्लॉक में स्थित धसपड़ गांव को…

3 years ago
बोनस में प्राप्त ज़िन्दगी की नई सुबहबोनस में प्राप्त ज़िन्दगी की नई सुबह

बोनस में प्राप्त ज़िन्दगी की नई सुबह

2022 का नया सवेरा इतिहास की एक नयी तहरीर लेकर मेरे सामने आकर खड़ा हो गया. यह नया सवेरा मेरे…

3 years ago
उत्तराखंड की पहली प्रकाशक बिटियाउत्तराखंड की पहली प्रकाशक बिटिया

उत्तराखंड की पहली प्रकाशक बिटिया

अप्रत्याशित खबर की तरह हिंदी समाज की जुबान पर ‘दून लिटरेचर फेस्टिबल 2016’ छा गया. मुख्य परिकल्पना उत्तराखंड की दो…

3 years ago
भीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दीभीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दी

भीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दी

भीमताल की जून एस्टेट एक मिथक की तरह नैनीताल-वासियों के मन में हमेशा रही है. जब हम लोग नैनीताल के…

3 years ago
मन्दाकिनी किनारे के गोठ तक दिवंगत 28 वर्षीय कवि की शव-यात्रामन्दाकिनी किनारे के गोठ तक दिवंगत 28 वर्षीय कवि की शव-यात्रा

मन्दाकिनी किनारे के गोठ तक दिवंगत 28 वर्षीय कवि की शव-यात्रा

यह यात्रा अलग तरह की थी; ऐसी यात्रा जिसमें असमय हमसे छिन गए कालजयी कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की अंतिम यात्रा…

3 years ago
पन्त-मटियानी के बेमेल युग्म का मिथकपन्त-मटियानी के बेमेल युग्म का मिथक

पन्त-मटियानी के बेमेल युग्म का मिथक

इस किस्से की प्रामाणिकता का मैं दावा नहीं करता. बाकी लोगों की तरह मैंने भी इसे दूसरों के मुंह से…

3 years ago
रियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्मरियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्म

रियासत के गधेरे में सौ साल पुराने जिन्न का पुनर्जन्म

करीब एक पखवाड़े पहले मेरे गाँव के नौजवानों ने व्हाट्सएप्प पर एक ग्रुप शुरू किया, ‘छानागाँव की रियासत’. इसमें नयी…

4 years ago
‘रिक्त स्थान और अन्य कविताएँ’ की समीक्षा: लक्ष्मण सिंह बिष्ट ‘बटरोही’‘रिक्त स्थान और अन्य कविताएँ’ की समीक्षा: लक्ष्मण सिंह बिष्ट ‘बटरोही’

‘रिक्त स्थान और अन्य कविताएँ’ की समीक्षा: लक्ष्मण सिंह बिष्ट ‘बटरोही’

कवि के साथ बातचीत का सलीका शिवप्रसाद जोशी के संग्रह ‘रिक्त स्थान और अन्य कविताएँ’ पढ़ने के बाद इस लेख…

4 years ago
आध मुन्स्यार+आध चिकसैरेदा = पुर संसारआध मुन्स्यार+आध चिकसैरेदा = पुर संसार

आध मुन्स्यार+आध चिकसैरेदा = पुर संसार

आज समझ में आ रहा है कि आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी ने इतिहास को विधाता क्यों कहा होगा? हमारा यह विधाता…

4 years ago