प्रो. मृगेश पाण्डे

दूनागिरी पर्वत पर बसा द्वाराहाट का विभाण्डेश्वर महादेव तीर्थ

दूनागिरी पर्वत उपत्यका में बसी द्वाराहाट की नयनाभिराम कौतुक भरी पर्वत घाटी धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध होने के…

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तराई और उसके रहवासियों का इतिहास

कहा जाता है कि प्राचीन महाकाव्य काल में उत्तराखंड का तराई -भाभर इलाका ऋषि मुनियों की तपोस्थली थी. सीतावनी में…

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सेम मुखेम, गंगू रमौल और सिदुआ-बिदुआ की कथा

उत्तरकाशी का  टकनौर परगना जो जान्हवीं औरभागीरथी नदियों का जलागम प्रदेश  रहा.  वारागड़ी पट्टी इलाके तक फैला.  साथ ही  जिसमें…

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वैशाख में बिखौती – विषुवत संक्रांति के दिन विष झाड़ने के जतन

वैशाख आते ही रवि  की फसल, गेहूं की सुनहरी बालियाँ पहाड़ के उपराऊ सीढ़ी दार खेतों से ले कर तलाऊँ…

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आसमां छूते पहाड़ों के बीच सुसाट-भुभाट के साथ बलखाती काली और उसके रहस्य

उत्तराखंड सीमांत और नेपाल की विभाजक है काली नदी. 1815 के बाद ब्रितानी हुकूमत ने नेपाल को कालीपार सीमा से…

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जब साग-सब्जियों का मौसम नहीं होता तब ठेठ पहाड़ी उपयोग में लाते हैं सुखौट

बेमौसम जब साग सब्जी खेतों में नहीं उगती या फिर मौसम की गड़बड़ी से दूसरी जगह से सागपात लाना मुमकिन…

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एक था डॉक्टर एक था संत…

कुछ विवादस्पद सवालों से भरी है अम्बेडकर -गाँधी  के 'जाति, नस्ल और जाति के विनाश' पर हुए  संवाद से उपजी…

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चैत्र के महीने में उत्तराखंड के तीज-त्यौहार और परम्परा

सब ओर प्रकृति में हरियाली सज जाती है. नई कोंपलों में फूल खिलने लगते हैं. चैत मास लग चुका है.…

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अद्भुत है मां पूर्णागिरी धाम की यह कथा

11 मार्च बुधवार को विधि विधान के साथ टनकपुर में ठुलीगाढ़ प्रवेश द्वार में स्थित माँ पूर्णागिरि धाम के कपाट…

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भयो बिरज झकझोर कुमूँ में : कुमाऊं की 205 होलियों का अद्बभुत संग्रह

भयो बिरज झकझोर कुमूँ में, लोक जीवन के अनुभवी चितेरे व लोकथात के वरिष्ठ  जानकार डॉ. प्रयाग जोशी विरचित  कुमूँ…

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