समाज

विरासत में मिलने वाली लोक कला ‘ऐपण’ की पृष्ठभूमि

उत्तराखंडी लोक कला के विविध आयाम हैं. यहाँ की लोक कला को ऐपण कहा जाता है. यह अल्पना का ही…

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नंद कुमार उप्रेती : एक आम पहाड़ी का खास किस्सा

उप्रेतीखाल, पाँखू, पिथौरागढ़ में 1930 में जन्मे नंद कुमार उप्रेती की कहानी एक सामान्य पहाड़ी आदमी का उस जमाने का…

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दारमा की दानवीर जसूली शौक्याणी के जीवन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

मेरी जानकारी में जसुली देवी सौक्याणी के सम्बन्ध में धारचूला सनपाल सिंह दताल एवं मेरी मां स्व. सुरमा देवी पत्नी…

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ऋषि गंगा के मायके में : 1934 का यात्रा वृतांत

एवरेस्ट अभियान से लौटने के कुछ महीनों के बाद ई. ई. सिम्पसन ने मुझे गढ़वाल के एक छोटे अभियान का…

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1930 के दशक में पिथौरागढ़ में पहला रेडियो लाने वाले धनी लाल

1930 के दशक में पिथौरागढ़ जैसे दूरस्थ कस्बे में पहला रेडियो लाए धनीलाल और फिर दिखाया सोर वासियों को सिनेमा.…

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भारतीय बॉक्सिंग के भीष्म पितामह कैप्टन हरि सिंह थापा को विनम्र श्रद्धांजलि

पिथौरागढ़ स्थित देवसिंह मैदान के एक कोने में बॉक्सिंग रिंग के आकार का ढांचा बना है. इस रिंग ने भारत…

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कुमाऊनी लोक गीतों में कत्यूरी राज वंशावली

कुमाऊनी लोक गीतों में वह कत्यूरी राज वंशावली जो कार्तिकेय वर्तमान बैजनाथ के निकट रणचूला दुर्ग, लखनपुर (द्वारहाट) तथा छिपला…

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दुनिया के चलते रहने के लिए जरूरी है खेतों में हल चलता रहे

नए-नए बछड़ों की जोड़ी को शुरू-शुरू में कंधों पर जुवा रखकर खेत में ख़ाली घुमाया जाता है. खुले वन में…

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घुघुत के अण्डों से ऐसे बने धरती और आकाश : कुमाऊंनी लोकगीत

कुमाऊंनी लोकसाहित्य में अनेकानेक पक्षियों का उल्लेख है. मोनाल, तीतरी, शुक, कव्वा, गौतेली, कफुआ, हुट-हुटिया आदि. लेकिन घुघुत का उल्लेख…

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भगवत गीता के श्लोकों का कुमाऊंनी अनुवाद

भगवत गीता के श्लोकों का यह अनुवाद चारुचन्द्र पांडे द्वारा किया गया है. काफल ट्री में यह अनुवाद पुरवासी पत्रिका…

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