समाज

कटारमल सूर्य मंदिर को ‘बड़ आदित्य मंदिर’ क्यों कहते हैं

सूर्य भगवान की मूर्ति किसी धातु या पत्थर से निर्मित नहीं है बल्कि यह मूर्ति बड़ के पेड़ की लकड़ी…

3 years ago

क्यों 1918 में सभी हिन्दुस्तानियों को इन्फ्लुएंजा का मुफ़्त टीका लगाया अंग्रेजी सरकार ने?

पिछले एक वर्ष में हिंदुस्तान में कोरोना महामारी से लगभग दो लाख लोग मर चुके हैं जो चीन और पाकिस्तान…

4 years ago

उत्तराखण्ड में सिक्कों की छपाई का इतिहास

उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल का श्रीनगर शहर मध्यकाल से ही सिक्कों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध रहा था. उस समय…

4 years ago

घ्वीड़ संग्रान्द : एक पारम्परिक उत्तराखंडी त्यौहार

आज ज्येष्ठ मास की संक्रांति है. लगभग हर मास की संक्रांति को हमारे पहाड़ में किसी न किसी त्यौहार के…

4 years ago

वैक्सिनेशन और हथछेड़ू का आतंक

कोणबूड के बाद अगर किसी ने मेरी उम्र के बच्चों को सर्वाधिक आतंकित किया है तो वो हथछेड़ू ही था.…

4 years ago

जाति की जड़ता जाये तो उसके जाने का जश्न मनायें

उत्तराखंड के शिल्पकार वर्ग में सामाजिक-शैक्षिक चेतना के अग्रदूत बलदेव सिंह आर्य (12 मई, 1912 से 22 दिसम्बर, 1992) का…

4 years ago

मेरे दम घुटते देश के पक्ष में एक गवाही

-मनीष आज़ाद 7 अक्टूबर 2020 को दक्षिण दिल्ली में कुत्तों के लिए बने एक शमशान घाट का उद्घाटन करते हुए…

4 years ago

कुमाऊनी दुधबोली के अभिभावक मथुरादत्त मठपाल को श्रद्धांजलि

अल्मोड़े के नौला गाँव में जन्मे मथुरादत्त मठपाल ने आज सुबह अंतिम साँस ली. मथुरादत्त मठपाल कुमाऊनी के अभिभावकों में एक…

4 years ago

कमला कांड : 1989 में जब हल्द्वानी दहल उठा था

6 सितम्बर 1989 का दिन भी हल्द्वानी में एक दुखद घटना वाला दिन रहा. दरअसल इस घटना के पीछे पुलिस…

4 years ago

कोरोना का सत्कार

शीर्षक थोड़ा अटपटा है. धैर्य रखिए, पूरा पढ़ने के बाद समझ में आएगा. ‘अतिथि देवो भव:’ हमारी प्राचीन भारतीय परम्परा…

4 years ago