समाज

कुमाऊनी साक्षात्कार श्रृंखला के 100वें अंक में आज सुनिये दो पीढ़ियों के बीच रोचक बातचीत

पिछले वर्ष जब लॉकडाउन शुरु हुआ तो सभी लोग अपने-अपने घरों में फंसे थे. ऐसे में हेम पन्त और हिमांशु पाठक ने अपनी दुधबोली के लिये ऑनलाइन एक प्रयास शुरु किया. इस प्रयास का नाम था “म्योर पहाड़, मेरि पछयांण”. 20 से 25 लोगों की टीम जुटाकर इस प्रयास के तहत कुमाऊं के लोगों का साक्षात्कार लिया जाना तय हुआ जिसमें शर्त रखी गयी की पूरे साक्षात्कार के दौरान कुमाऊनी में ही बातचीत की जायेगी.
(Kumaoni Shabd Sampada 100th Episode)

फिल्म, विज्ञान, शिक्षा, राजनीति से जुड़े बड़े-बड़े नाम इस कड़ी में शामिल हुये और सभी ने कुमाऊनी में बातचीत की. इस बातचीत को लोगों ने भी खूब सराहा. हज़ारों-हजार लोगों ने इस बातचीत के दौरान हिस्सा लेकर अपने सवाल किये. अब तक प्रसारित सभी लाइव कार्यक्रमों को 25 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है. ‘म्योर पहाड़, मेरि पछयांण‘ सीरीज के तहत इंटरव्यू की इस सीरीज में अब तक 99 साक्षात्कार लिये जा चुके हैं.

साक्षात्कारकर्ता के रूप में वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार और युवाओं की टीम के सदस्य होते हैं. जिन लोगों का साक्षात्कार आयोजित किया जा चुका है, उनमें कुछ नाम हैं – यशोधर मठपाल, रमेश चन्द्र शाह, शेखर जोशी, बसन्ती बिष्ट, अनूप साह, लवराज धर्मशक्तू, अनूप साह, हरीश रावत, देवेन मेवाड़ी, चारु तिवारी, पुष्पेश पन्त, राधा बहन, डॉ. हेम चन्द्र पांडे, युगल जोशी, अजय टम्टा, हेमन्त पांडे, आरजे काव्य, पवन पहाड़ी आदि.

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मई 2021 में पूरे महीने कोरोना वारियर्स से बातचीत रखी गई जिसमें बालरोग, श्वांसरोग, हृदयरोग, नेत्ररोग, मानसिकरोग विशेषज्ञ और पुलिसकर्मी-समाजसेवियों ने कुमाउनी बोली में कोरोना से सम्बंधित सुझाव दिए.

100वें साक्षात्कार को विशेष बनाते हुये आज शाम सात बजे दो पीढ़ियों के बीच बातचीत होनी है. एक तरफ होंगे इतिहासकार शेखर पाठक और दूसरी तरफ जुड़ेगे अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत से कुछ बच्चे. इस कार्यक्रम को कुमाउनी शब्द संपदा के फेसबुक पेज और यूट्यूब पर शाम 7 बजे से सुना जा सकता है.
(Kumaoni Shabd Sampada 100th Episode)

 ‘म्योर पहाड़, मेरि पछयांण’ सीरीज के तहत वर्तमान में दो कार्यक्रम चल रहे हैं. एक व्यक्तिगत साक्षात्कार की सीरीज और दूसरी दिवंगत हो चुके पुरखों पर परिचर्चा की सीरीज. ‘हमार पुरख’ सीरीज में अब तक शैलेश मटियानी, के.एस. वल्दिया, मोहन उप्रेती, चंद्रशेखर लोहुमी, शिवानी, शेरदा अनपढ़ और नैनसिंह रावत पर चर्चा हो चुकी है. ‘हमार पुरुख” के 9वें अंक में 13 जून 2021 को पुण्यतिथि के अवसर पर हीरा सिंह राणा जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर कुमाउनी पैनल चर्चा होगी. हमार पुरुख का पहला भाग यहां देखिये :  

साक्षात्कार की इस 100वीं कड़ी इस बात को दिखाती है कि हेम और हिमांशु की यह पहल उस चक्र को तोड़ने में सफ़ल रही है जिसके तहत अपनी बोली से यह कहकर पल्ला झाड़ा जाता है कि हमको समझ तो आती है बोलनी नहीं आती. आज कार्यक्रम  ‘कुमाउनी शब्द संपदा’ के पेज पर देखिये : कुमाउनी शब्द संपदा
(Kumaoni Shabd Sampada 100th Episode)

काफल ट्री डेस्क

काफल ट्री वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिये यहाँ क्लिक करें: वाट्सएप काफल ट्री

काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये यहाँ क्लिक करें

Kafal Tree

Recent Posts

यम और नचिकेता की कथा

https://www.youtube.com/embed/sGts_iy4Pqk Mindfit GROWTH ये कहानी है कठोपनिषद की ! इसके अनुसार ऋषि वाज्श्र्वा, जो कि…

17 hours ago

अप्रैल 2024 की चोपता-तुंगनाथ यात्रा के संस्मरण

-कमल कुमार जोशी समुद्र-सतह से 12,073 फुट की ऊंचाई पर स्थित तुंगनाथ को संसार में…

21 hours ago

कुमाउँनी बोलने, लिखने, सीखने और समझने वालों के लिए उपयोगी किताब

1980 के दशक में पिथौरागढ़ महाविद्यालय के जूलॉजी विभाग में प्रवक्ता रहे पूरन चंद्र जोशी.…

5 days ago

कार्तिक स्वामी मंदिर: धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का आध्यात्मिक संगम

कार्तिक स्वामी मंदिर उत्तराखंड राज्य में स्थित है और यह एक प्रमुख हिंदू धार्मिक स्थल…

1 week ago

‘पत्थर और पानी’ एक यात्री की बचपन की ओर यात्रा

‘जोहार में भारत के आखिरी गांव मिलम ने निकट आकर मुझे पहले यह अहसास दिया…

1 week ago

पहाड़ में बसंत और एक सर्वहारा पेड़ की कथा व्यथा

वनस्पति जगत के वर्गीकरण में बॉहीन भाइयों (गास्पर्ड और जोहान्न बॉहीन) के उल्लेखनीय योगदान को…

1 week ago