इतिहास

1857 का ग़दर और उत्तराखंड

1857 की क्रान्ति तक कुमाऊँ में गार्डनर, ट्रेल, गोवन, लुशिंगटन और बैटन के नेतृत्व में ब्रिटिश कंपनी के शासन को…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 64

आज उत्तराखण्ड की प्रमुख मण्डी के रूप में हल्द्वानी स्थापित है. पूर्व में यहां मण्डी का कारोबार मंगल पड़ाव, मीरा…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 63

साठ के दशक से पूर्व नगर में एक फकीर घूमा करता था, नाम था उसका किशना पागल. वह अपनी मर्जी…

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कुमाऊँ में साइमन कमीशन का बहिष्कार

भारत के भावी संवैधानिक स्वरूप पर रिपोर्ट हेतु 1927 में ब्रिटिश सरकार ने साइमन कमीशन की नियुक्ति की थी. इस…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 62

लोहवन के ही रहने वाले दाऊदयाल गुप्ता उनके बेटे विष्णु और सतीश चाट का ठेला लगाते थे. दाऊदयाल पेठा बेचते…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 61

1860 के करीब पटवा बिरादी ने रामपुर से आकर हल्द्वानी में कारोबार शुरू किया था. तब पैंठ पड़ाव में सड़के…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 60

करीब सवा सौ साल पूर्व अपने मूल स्थान जिला सीकर राजस्थान के ग्राम कांवट निकट नीम का थाना से रानीखेत…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 59

सन 1900 के करीब अलीगढ़ के गांव काजमाबाद से रामचन्द्र जी भी यहां आये और साझे में हलवाई की दुकान…

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उत्तराखण्ड के बौद्ध स्थविर

उत्तराखंड का इतिहास भाग – 8 गंगा और रामगंगा तक फैली भाबर की उत्तरी सीमा पर फैली शिवालिक की निचली…

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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 58

इस परिवार की दूसरी फर्म जवाहरलाल जगन्नाथ प्रसाद नाम से बनी, जिसमें मिश्री गट्टा, बूरा का कार्य होता था. सदर…

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