यात्रा पर्यटन

कण्वाश्रम : जहां राजा दुष्यंत ने विश्वामित्र व मेनका की कन्या शकुंतला को देखा

"हिमालय के दक्षिण में, समुद्र के उत्तर में भारत वर्ष है जहां भारत के वंशज रहते हैं." संभवतः मैं उसी…

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कहो केदार क्या हाल हैं : एक यात्रा वृतांत

पहली बार केदारनाथ गया तो वहां के हाल देख पर्यावणविद सुंदरलाल बहुगुणाजी का कहा याद आया कि ग्लेशियर धीरे-धीरे मरुस्थल…

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हरसिल की यात्रा

हरसिल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित एक खूबसूरत घाटी है, जो कि भागीरथी नदी के किनारे अवस्थित है. इसके…

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ट्रेल पास अभियान

छानपुर और जोहार घाटी के मध्य लगभग 18000 फिट ऊॅंचे गिरिपथ को पार कर तिब्बत व्यापार हेतु सुगम मार्ग खोज…

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केदारनाथ : मान्यताएँ व स्वरूप

उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल में रुद्रप्रयाग जिले में भगवान शिव का पौराणिक मंदिर केदारनाथ है. द्वादश ज्योतिर्लिंगों में केदारनाथ को…

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चरवाहों का डेरा रहा खालिया टॉप आज लोकप्रिय पर्यटन स्थल है

कभी हिमालयी गड़रियों का अन्वाल थौड़ अब मुनस्यारी और उत्तराखण्ड की शान बन चुका विख्यात पर्यटन स्थल है. खलिया बुग्याल…

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कॉर्बेट पार्क की कहानी : बाघ अवसरवादी भी होते हैं

बाघ अवसरवादी भी होते हैं इसका एक नजारा ढिकाला के ग्रासलैंड में देखने को मिला जहां एक युवा बाघ जिप्सियों…

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पहाड़ों को भी समझें अपना घर : रस्किन बॉन्ड

मैं पिछले छः दशकों से मसूरी में रह रहा हूँ. मसूरी में न होता तो शायद मैं इतना लिख भी…

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वन अनुसंधान संस्थान ‘एफआरआई,’ देहरादून का इतिहास

भारत में जब अंग्रेजों ने अपने पैर पसारना शुरू किया तो उन्हें उत्तर भारत के विशाल जंगलों का महत्त्व जल्द…

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तो गढ़वाल-कुमाऊं ही नहीं भारत-नेपाल को भी जोड़ती थी कंडी रोड

ऐतिहासिक सब माउंटेन रोड (कंडी रोड) विस्तार और इतिहास इस सड़क को ही आधार मानकर पर्वतीय और गैर पर्वतीय क्षेत्रों…

2 years ago