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हल्द्वानी का चलता फिरता सैलूनहल्द्वानी का चलता फिरता सैलून

हल्द्वानी का चलता फिरता सैलून

पहले बालों से ज्ञान, शील और चरित्र का काफी गहरा व्युतक्रमानुपाती सम्बन्ध माना जाता था. यानि सर के बाल जितने…

7 years ago
शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 1शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 1

शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 1

अमित श्रीवास्तव उत्तराखण्ड के पुलिस महकमे में काम करने वाले वाले अमित श्रीवास्तव फिलहाल हल्द्वानी में पुलिस अधीक्षक के पद…

7 years ago
आवारा कहूं या कॉस्मोपॉलिटनआवारा कहूं या कॉस्मोपॉलिटन

आवारा कहूं या कॉस्मोपॉलिटन

कुछ कुत्ते पालतू नहीं बनते. लाख कोशिश करके देख लो, आप उन्हें पालतू बना ही नहीं सकते. पड़ोस के गांव…

7 years ago
बावरे अहेरीबावरे अहेरी

बावरे अहेरी

ललित मोहन रयाल उत्तराखण्ड सरकार की प्रशासनिक सेवा में कार्यरत ललित मोहन रयाल का लेखन अपनी चुटीली भाषा और पैनी…

7 years ago
पैसा कमाने से ज्यादा जरुरी है मनी मैनेजमेंटपैसा कमाने से ज्यादा जरुरी है मनी मैनेजमेंट

पैसा कमाने से ज्यादा जरुरी है मनी मैनेजमेंट

डाॅ. गौरव जोशी हल्द्वानी में रहने वाले लेखक निवेशक व डेंटिस्ट हैं. आप भले ही 10 हजार रुपये कमाते हैं…

7 years ago
किसी दिन अपने गांव-शहर का बर्ड आई व्यू जरूर देखना हैकिसी दिन अपने गांव-शहर का बर्ड आई व्यू जरूर देखना है

किसी दिन अपने गांव-शहर का बर्ड आई व्यू जरूर देखना है

हेम पंत  हेम पंत मूलतः पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. वर्तमान में रुद्रपुर में कार्यरत हैं. हेम पंत उत्तराखंड में…

7 years ago
सारे रोगों का इलाज हुआ करती थी लाल दवाई की शीशीसारे रोगों का इलाज हुआ करती थी लाल दवाई की शीशी

सारे रोगों का इलाज हुआ करती थी लाल दवाई की शीशी

पहले हमारे गाँव में लाल दवाई मिलती थी. और गाँव ही क्या पूरे मुल्क में चला करती थी यह लाल…

7 years ago
लाख हरियाई लाख पंचमी लाख बिरुड़िया लाख दशें लाख बगवाल जी रया, जाग रयालाख हरियाई लाख पंचमी लाख बिरुड़िया लाख दशें लाख बगवाल जी रया, जाग रया

लाख हरियाई लाख पंचमी लाख बिरुड़िया लाख दशें लाख बगवाल जी रया, जाग रया

हिमालय की गोदी में बसे उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है. यहाँ के निवासी शांत, साहसी, ईमानदार…

7 years ago
जब शिव-पार्वती बनते हैं गांव के दीदी-जीजाजीजब शिव-पार्वती बनते हैं गांव के दीदी-जीजाजी

जब शिव-पार्वती बनते हैं गांव के दीदी-जीजाजी

पंथ्यूड़ी में गमरा पूजा उत्तराखंड में भगवान व प्रकृति को विभिन्न रूपों में पूजा जाता है. समय-समय पर उनसे संबंधित…

7 years ago
दिलों को जोड़ने के लिए बहुत कुछ भूलना होगादिलों को जोड़ने के लिए बहुत कुछ भूलना होगा

दिलों को जोड़ने के लिए बहुत कुछ भूलना होगा

दिलीप मंडल   इंडिया टुडे के पूर्व एडिटर, दिलीप देश के प्रमुख पत्रकार हैं.  वह कुछ मीडिया घरानों का नेतृत्व…

7 years ago