कॉलम

हल्द्वानी का चलता फिरता सैलून

पहले बालों से ज्ञान, शील और चरित्र का काफी गहरा व्युतक्रमानुपाती सम्बन्ध माना जाता था. यानि सर के बाल जितने…

6 years ago

शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 1

अमित श्रीवास्तव उत्तराखण्ड के पुलिस महकमे में काम करने वाले वाले अमित श्रीवास्तव फिलहाल हल्द्वानी में पुलिस अधीक्षक के पद…

6 years ago

आवारा कहूं या कॉस्मोपॉलिटन

कुछ कुत्ते पालतू नहीं बनते. लाख कोशिश करके देख लो, आप उन्हें पालतू बना ही नहीं सकते. पड़ोस के गांव…

6 years ago

बावरे अहेरी

ललित मोहन रयाल उत्तराखण्ड सरकार की प्रशासनिक सेवा में कार्यरत ललित मोहन रयाल का लेखन अपनी चुटीली भाषा और पैनी…

6 years ago

पैसा कमाने से ज्यादा जरुरी है मनी मैनेजमेंट

डाॅ. गौरव जोशी हल्द्वानी में रहने वाले लेखक निवेशक व डेंटिस्ट हैं. आप भले ही 10 हजार रुपये कमाते हैं…

6 years ago

किसी दिन अपने गांव-शहर का बर्ड आई व्यू जरूर देखना है

हेम पंत  हेम पंत मूलतः पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं. वर्तमान में रुद्रपुर में कार्यरत हैं. हेम पंत उत्तराखंड में…

6 years ago

सारे रोगों का इलाज हुआ करती थी लाल दवाई की शीशी

पहले हमारे गाँव में लाल दवाई मिलती थी. और गाँव ही क्या पूरे मुल्क में चला करती थी यह लाल…

6 years ago

लाख हरियाई लाख पंचमी लाख बिरुड़िया लाख दशें लाख बगवाल जी रया, जाग रया

हिमालय की गोदी में बसे उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है. यहाँ के निवासी शांत, साहसी, ईमानदार…

6 years ago

जब शिव-पार्वती बनते हैं गांव के दीदी-जीजाजी

पंथ्यूड़ी में गमरा पूजा उत्तराखंड में भगवान व प्रकृति को विभिन्न रूपों में पूजा जाता है. समय-समय पर उनसे संबंधित…

6 years ago

दिलों को जोड़ने के लिए बहुत कुछ भूलना होगा

दिलीप मंडल   इंडिया टुडे के पूर्व एडिटर, दिलीप देश के प्रमुख पत्रकार हैं.  वह कुछ मीडिया घरानों का नेतृत्व…

6 years ago