कॉलम

साझा कलम: 8 मनीष पाण्डेय

[एक ज़रूरी पहल के तौर पर हम अपने पाठकों से काफल ट्री के लिए उनका गद्य लेखन भी आमंत्रित कर…

6 years ago

सांप के बांये कान के नीचे का माल उर्फ़ एक टिपिकल हल्द्वानवी फसक

सीसमहल में रहने वाले गट्टू भाई हद दर्जे के गपोड़ी हैं. और मुझे उनका साथ अच्छा लगता है. दारू पीते…

6 years ago

खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर 2

(पिछ्ला हिस्सा: खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर - 1) चौबे जी के ससुराल वाले मूल रूप से बागेश्वर के…

6 years ago

शेरदा अपनी जगह पर बने रहेंगे – अद्वितीय

पहली बार नैनीताल के एक शरदोत्सव में हुए कुमाऊंनी कवि सम्मलेन में शेरदा को कविता पढ़ते सुना. कुमाऊं के उस…

6 years ago

पहाड़ से भी विकराल है पूँजीपतियों की हवस

इट्स ऑसम... वैदर इज़ सो कूल... सनशाइन फील्स सो गुड... झुलसाती गरमी में जेब में पैसे हों तो पहाड़ पहुँचकर…

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खंभे पर चढ़कर शुभकामनाएं देते भाई साहब

भाई साहब, त्योहारों से ऐन पहले सड़क किनारे के बिजली के ख़म्भों पर चढ़ जाते हैं. आप यह मत सोच…

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माधुरी दीक्षित, नानाजी और पानी की बोतल का किस्सा

नानाजी किसी बीमा कम्पनी में लम्बी नौकरी कर बड़ी पोस्ट से रिटायर हुए थे. सगे नाना नहीं थे. किसी रिश्ते…

6 years ago

खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर 1

यह 2007 की बात है. दिन-वार ठीक से याद नहीं. अक्टूबर का महीना था. उन दिनों रामलीला(एं) चल रही थीं.…

6 years ago

उच्च शिक्षा का गिरता स्तर और हमारा उत्तराखंड

नितियों के निर्धारण, खास तौर से, आर्थिक और विकास से संबधित नीतिओं के निर्धारण के लिए अनुसन्धान के माध्यम से…

6 years ago

महात्मा गांधी और कुमाऊं

आजादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी कुमाऊं की यात्रा पर आने से लगभग 15 साल पहले ही 1915 -…

6 years ago