प्रो. मृगेश पाण्डे

एक था डॉक्टर एक था संत…

कुछ विवादस्पद सवालों से भरी है अम्बेडकर -गाँधी  के 'जाति, नस्ल और जाति के विनाश' पर हुए  संवाद से उपजी…

4 years ago

चैत्र के महीने में उत्तराखंड के तीज-त्यौहार और परम्परा

सब ओर प्रकृति में हरियाली सज जाती है. नई कोंपलों में फूल खिलने लगते हैं. चैत मास लग चुका है.…

4 years ago

अद्भुत है मां पूर्णागिरी धाम की यह कथा

11 मार्च बुधवार को विधि विधान के साथ टनकपुर में ठुलीगाढ़ प्रवेश द्वार में स्थित माँ पूर्णागिरि धाम के कपाट…

4 years ago

भयो बिरज झकझोर कुमूँ में : कुमाऊं की 205 होलियों का अद्बभुत संग्रह

भयो बिरज झकझोर कुमूँ में, लोक जीवन के अनुभवी चितेरे व लोकथात के वरिष्ठ  जानकार डॉ. प्रयाग जोशी विरचित  कुमूँ…

4 years ago

गढ़वाल के मुख्य शिव मंदिर

अद्भुत भारत धर्मपूजा में ए. एल बाशम लिखते हैं कि - वैदिक देवता रूद्र से शैव संप्रदाय का विकास हुआ.…

4 years ago

पहाड़ के पारंपरिक जड़ी-बूटी ज्ञान को झोलाछाप कहकर ख़ारिज नहीं किया जा सकता

मध्य हिमालय की जंगलों में मिलने वाली वनस्पति स्वस्थ बनाये रखने, निरोग रहने व दीर्घायु प्रदान करने के लिए गुणकारी मानी गईं. इन…

4 years ago

पहाड़ों में रखे जाने वाले प्रमुख उपवास और उस दिन के आहार

शरीर को स्वस्थ निरोगी बनाये रखने के लिए पहाड़ में व्रत उपवास की परंपरा रही. हर महिने कोई ना कोई…

4 years ago

पहाड़ी वनस्पतियों से बनने वाले तेल

च्यूरे से घी बनता तो इसके फल खाये जाते. इसके घी में रसेदार सब्जी बड़ी स्वाद बनती. इसे टपकी और…

4 years ago

अंगरियाल का डंक हो या पुठ पीड़ सभी का रामबाण इलाज हुआ पहाड़ में

जाड़ों में बदन को चुस्त, गरम रखने के लिए कई चीजें खाई जाती. ये निरोगी भी बनाये रखतीं. आस पास…

4 years ago

पहाड़ों में जाड़े के जतन

अब ठंड के मौसम में कितना ही जतन करो,ओढ़ो-ढको. बिना आंग तापे बदन सेके, थुरथुराट दूर कहाँ होती. लकड़ी क्वेले…

4 years ago