प्रो. मृगेश पाण्डे

जेठ महीने के पहाड़ी त्यार और उपवास

वैशाख बीतते रवि की फसल कट जाती. अनाज की सफाई सुखाई के बाद नया अनाज स्थानीय लोक देवताओं के थानों में भेंट कर…

4 years ago

उत्तराखंड में परंपरागत तीर्थयात्रा पथ पर एक अति-महत्वपूर्ण लेख

ओ पृथ्वी! तुम्हारे पहाड़, हिमाच्छादित पर्वत, अरण्य प्रसन्न रखें. इसकी ऊंचाई, भव्यता और रहस्यात्मक सौंदर्य से उच्च विचार आयें, कल्पनाएं…

4 years ago

लौट आये प्रवासियों के लिये कितनी कारगार है उत्तराखंड सरकार की ‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’

सत्तर के दशक में एक किताब भारत जैसे देश के आर्थिक विकास के लिए चमत्कारी बूटी साबित होने जा रही…

4 years ago

बर्फ से ढकी सात पहाड़ियों के बीच हेमकुंड झील

सिखों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह ने विचित्र नाटक के छठे भाग में लोकपाल-दंड पुष्करणी के बारे में लिखा -हेमकुंड…

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हुड़किया जागर, डमरिया जागर और मुरयो जागर

जमाना वीर लोगों को सम्मान देता है. उनके शौर्य, साहस और पराक्रम की गाथाओं को हर पीढ़ी अगली पीढ़ी को…

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दूनागिरी पर्वत पर बसा द्वाराहाट का विभाण्डेश्वर महादेव तीर्थ

दूनागिरी पर्वत उपत्यका में बसी द्वाराहाट की नयनाभिराम कौतुक भरी पर्वत घाटी धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध होने के…

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तराई और उसके रहवासियों का इतिहास

कहा जाता है कि प्राचीन महाकाव्य काल में उत्तराखंड का तराई -भाभर इलाका ऋषि मुनियों की तपोस्थली थी. सीतावनी में…

4 years ago

सेम मुखेम, गंगू रमौल और सिदुआ-बिदुआ की कथा

उत्तरकाशी का  टकनौर परगना जो जान्हवीं औरभागीरथी नदियों का जलागम प्रदेश  रहा.  वारागड़ी पट्टी इलाके तक फैला.  साथ ही  जिसमें…

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वैशाख में बिखौती – विषुवत संक्रांति के दिन विष झाड़ने के जतन

वैशाख आते ही रवि  की फसल, गेहूं की सुनहरी बालियाँ पहाड़ के उपराऊ सीढ़ी दार खेतों से ले कर तलाऊँ…

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आसमां छूते पहाड़ों के बीच सुसाट-भुभाट के साथ बलखाती काली और उसके रहस्य

उत्तराखंड सीमांत और नेपाल की विभाजक है काली नदी. 1815 के बाद ब्रितानी हुकूमत ने नेपाल को कालीपार सीमा से…

4 years ago