कला साहित्य

चन्द्रधर शर्मा गुलेरी और उनके लुच्चों के गीत के बहाने

हिन्दी पढ़ने - पढ़ाने वालों की एक अलग दुनिया है जो इसी दुनिया में होते हुए भी अलग - सी…

6 years ago

हमें शीशी भी नहीं चाहिए, हम अपनी शीशी साथ ले कर आए हैं

किस्सा गंजनाशक तेल और दो यारों का -शम्भू राणा उन दोनो की दोस्ती काफी पुरानी और गाढ़ी थी. दोनों की…

6 years ago

अल्मोड़िया राइटर डेढ़ यार: पहुंचे टेसन अंधेरी-खार

अल्मोड़ा से बम्बई चले डेढ़ यार – दूसरी क़िस्त पिछली क़िस्त में उत्तराखंड से हिंदी साहित्य में कूद पड़े हमारे…

6 years ago

बड़े हिन्दी कवि विष्णु खरे को ब्रेन स्ट्रोक

हिन्दी भाषा के वरिष्ठ कवि और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के जाने-माने सम्पादक-अनुवादक विष्णु खरे को ब्रेन स्ट्रोक हुआ है. दिल्ली के…

6 years ago

समस्याओं के घाट पर पाँच साल से तौलिया लपेटे खड़े हैं आप और हम

जिसके हम मामा हैं - शरद जोशी एक सज्जन बनारस पहुँचे स्टेशन पर उतरे ही थे कि एक लड़का दौड़ता…

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महादेवी वर्मा का उत्तराखण्ड प्रेम

(महादेवी वर्मा : 26 मार्च 1907 -- 11 सितम्बर 1987) हमेशा श्वेत वस्त्र धारण करने, आजीवन सख्त तखत पर सोने…

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कैरिबियन के भारतीयों का चटनी संगीत

चटनी संगीत का उद्भव दक्षिणी कैरिबियाई इलाक़े में हुआ था - सबसे पहले त्रिनिडाड एन्ड टोबैगो में १९वीं सदी में…

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हाथी के बदले गधा खरीदने वाले को नमस्कार

भारतेंदु हरिश्चन्द्र के कालजयी नाटक अन्धेर नगरी की शुरुआत में लिखी गई हैं ये पंक्तियां - छेदश्चंदनचूतचम्पकवने रक्षा करोरद्रुमेः हिंसा…

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अल्मोड़ा से राइटर बनने माया नगरी पहुँचे दो पहाड़ियों का किस्सा डेढ़ यार

अल्मोड़ा से बम्बई चले डेढ़ यार – पहली क़िस्त पहले अल्मोड़ा से अपनी मीट की दुकान से भागकर मुंबई पहुंचे…

6 years ago

सपने में भी सच न बोलना, वर्ना पकड़े जाओगे

बाबा नागार्जुन की एक पुरानी कविता (Poem of Baba Nagarjun) सच न बोलना मलाबार के खेतिहरों को अन्न चाहिए खाने…

6 years ago