एक दिन में नष्ट किया जा सकता है कोई भी पुस्तकालय

6 years ago

हरीश चन्द्र पाण्डे की कविताएँ - 2 अस्सी के दशक में समकालीन कविता में जिन महत्वपूर्ण कवियों ने पहचान बनायी…

ऐसा कुछ नहीं हुआ इस बार के अल्मोड़ा फेस्टीवल में

6 years ago

अल्मोड़ा महोत्सव का कार्यक्रम प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा एक कार्यक्रम है जिसकी तैयारियाँ एक महीने से चल रही थीं…

अल्मोड़ा की पहचान खोता अल्मोड़ा महोत्सव

6 years ago

सन  सत्तर के दशक में उत्तर प्रदेश पर्यटन ने अल्मोड़ा की पहचान की थी - ‘ अनस्पॉइल्ट चाइल्ड ऑफ़ नेचर’…

नेत्रहीनों के लिए समर्पित एक बिसरा दिया गया उत्तराखण्डी

6 years ago

कुंवर सिंह नेगी (20 नवम्बर 1927 – 20 मार्च 2014) कुंवर सिंह नेगी उत्तराखण्ड का एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने…

कहो देबी, कथा कहो – 5

6 years ago

पिछली कड़ी साहित्य की प्रयोगशाला नैनीताल मेरे लिए साहित्य की प्रयोगशाला भी रहा जहां मैंने साहित्य की बारहखड़ी लिखी और…

प्रवासी पक्षियों के कॉर्बेट पहुँचने का सिलसिला शुरू

6 years ago

विदेशी प्रवासी पक्षियों के रामनगर पहुँचने का सिलसिला शुरू हो गया है. हर साल सुरखाब, आइविसबिल जैसे कई पक्षी मध्य…

दो त्वचाओं वाली औरत

6 years ago

अफ्रीकी लोक-कथाएँ : 2 कालाबार का राजा एयाम्बा बहुत ताकतवर था. उसने अपने पड़ोस के सभी देशों को हराकर उन…

आल वेदर रोड पर सुप्रीम कोर्ट की पैनी निगाह

6 years ago

सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की ओर से ‘चारधाम महामार्ग विकास परियोजना’ को दी मंजूरी पर रोक लगा…

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 2

6 years ago

पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम से…

इस बार सिरे से गायब है अल्मोड़ा फेस्टिवल में फोटो प्रदर्शनी

6 years ago

आज से तकरीबन 20 साल पहले 1998 से अल्मोड़ा में शरदोत्सव होता आया है और अल्मोड़ा शहर के तमाम कलाकार…