भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अजय भट्ट का वाहन दुर्घटनाग्रस्त

4 years ago

उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में जाड़ों के दिनों में पाला सड़क हादसों की प्रमुख वजह बनता है. आज सड़क के…

अपने गांव फिर आना प्यारी दीदी, प्यारी बेटी: गंगोत्री गर्ब्याल की याद

4 years ago

गंगोत्री गर्ब्याल की आत्मकथा ‘यादें’ की भूमिका में-डा. आर.एस.टोलिया के लिखा है - ‘‘प्रसिद्ध इतिहासविद् डा. शिव प्रसाद डबराल ने…

मशहूर टीवी एंकर थीं दुर्घटना में विमल जी के साथ मारी गयी उनकी बेटी कनुप्रिया

4 years ago

श्रीलंका में गाले से कोलम्बो जाते समय प्रसिद्ध साहित्यकार गंगा प्रसाद विमल की एक सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु का…

पहाड़ के अनूठे चरित्रों के प्रतिनिधि हैं श्रीकोट के गुयां मामा

4 years ago

मानवीय बसावत में जीवन के कई रंग दिखाई देते हैं. ये बात अलग है कि कुछ रंगों को हम अपनी…

कितना कठिन है सुदूर घाटी के कुमाऊनी गाँवों में इन दिनों जीवन – तरदा की आपबीती

4 years ago

बीते दिन पिंडर घाटी के अंतिम गांव खाती के तारा सिंह उर्फ तरदा से मुलाकात हुई. वे अपनी बिटिया को…

उत्तराखंड के छोटे से गांव से दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक मंचों तक प्रो. गंगाप्रसाद विमल का सफ़र

4 years ago

दो साल पहले अपनी पत्नी मंजुला के हिंदी में शोध साक्षात्कार में प्रोफ़ेसर गंगाप्रसाद विमल के आने की खबर डी…

लोकगीत में अमर स्मृति : चंद्रसिंह गढ़वाली

4 years ago

वैचारिक रूप से प्रखर, वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की ख्याति 23 अप्रैल 1930 के पेशावर विद्रोह के कारण अधिक है पर…

आज से नब्बे साल पहले भी भारत में स्कूली शिक्षा का गढ़ था नैनीताल

4 years ago

1928 में नैनीताल के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर जे. एम. क्ले द्वारा एक किताब ‘नैनीताल: अ हिस्टोरिकल एंड डिस्क्रिपटिव अकाउंट’ प्रकाशित…

पहाड़ी तकिया कलाम नहीं वाणी की चतुरता की नायाब मिसाल है ठैरा और बल का इस्तेमाल

4 years ago

आम पहाड़ियों में ठैरा और बल शब्द जाने-अनजाने उनका पीछा नहीं छोड़ते. सुदूर  महानगरों में रहने वाले लोग भी जो…

तुम कम से कम रोओ, ज्यादा से ज्यादा खुश रहो

4 years ago

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 37  (Column by Gayatree arya 37) पिछली किस्त का लिंक:  आज पहली…