कल रात हुई बर्बर हिंसा पर जेएनयू छात्र संघ का बयान

4 years ago

दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय में बीती रात छात्रों और शिक्षकों पर बर्बर हमला हुआ. यह हमला नकाबपोश गुंडों…

नैनीताल के मामू कबाड़ी, जिन्हें किताबों से है गजब का लगाव

4 years ago

मामू कबाड़ी बस इतना ही परिचय काफी है इनका. मामू कबाड़ी को नैनीताल का हर बाशिंदा जानता है. कबाड़ बेचकर…

उत्तराखंड में अनाज की माप के पारंपरिक बर्तन

4 years ago

ताँबे के बर्तन में रखा पानी शुद्धता और स्वाद के लिहाज से सबसे अच्छा माना जाता. वहीं लोहे की कढ़ाई साग…

क्या उत्तराखण्ड में कांग्रेस पार्टी खत्म होने की कगार पर है

4 years ago

जिस तरीके से आजकल सोशल मीडिया पर लगातार कांग्रेस के बड़े नेताओं के बयान आ रहे हैं उसको देखकर ऐसा…

पहाड़ में पेड़-पौधों के रेशों से बनने वाले उत्पाद

4 years ago

पहाड़ में अनेक पेड़-पौंधों से रेशा निकला जाता जिनमें रामबांस, भाँग, बबिला, मालू, मूँज, मोथा, अल, उदाल, धान का पुवाल,…

नैनीताल में अभी-अभी हुई बर्फ़बारी की तस्वीरें

4 years ago

नैनीताल अपनी सुंदरता के लिये विश्वविख्यात है. बर्फ़बारी के बाद इसकी सुन्दरता और भी बढ़ जाती है. पिछले कुछ दिनों…

सामूहिकता का रिवाज – गीता गैरोला की कहानी स्मिता कर्नाटक की आवाज में

4 years ago

हमारी नियमित लेखिका गीता गैरोला ने आपको अनेक मनभावन कहानियां सुनाई हैं. हाल ही में हमने उनकी मशहूर किताब ‘मल्यो…

शाहीन बाग जैसे प्रतिरोध लोकतांत्रिक देश के लिए जरूरी हैं

4 years ago

दिल्ली पहुँचते ही सबसे पहले लोकतंत्र में अपने हक़ों की लड़ाई की उस ख़ूबसूरत तस्वीर को देखने शाहीन बाग आया…

चांचड़ी: उत्तराखंडी लोकसंस्कृति की रीढ़

4 years ago

मनुष्य का समभाव होना बुद्धत्व को प्राप्त कर लेना है. निर्वाण प्राप्त करना है, जिसमें जाति-धर्म, ऊंच-नीच, अगड़ा-पिछड़ा, महिला-पुरुष छोटा-बड़ा…

तिजोरी से कम राज नहीं हैं आमा के भकार में

4 years ago

पहाड़ों में ज्यादा मात्रा में अनाज को भकार में रखा जाता. तुन, चीड़ और देवदार के तख्तों या पटलों से…