कुमाऊनी और गढ़वाली के शब्द जिनसे हिन्दी और निखरेगी

3 years ago

दुर्भाग्य से हिन्दी बोलियों को अछूत मानती है. बोलियों में ऐसे अर्थ पूर्ण शब्द है कि हिन्दी का उधर ध्यान…

प्यारे शहर नैनीताल की याद

3 years ago

और, बाबा हो, गर्मियों के सीजन में शहरों से आने वाली वह भारी भीड़! हम लोग उन दिनों माल रोड…

वरिष्ठता का पैमाना है पहाड़ी नामकरण का भात

3 years ago

नामकरण हमारे हिन्दू धर्म का पांचवां संस्कार होता है इस दिन माता-पिता नहाकर नए वस्त्र पहनते हैं और शिशु को…

वन अनुसंधान संस्थान ‘एफआरआई,’ देहरादून का इतिहास

3 years ago

भारत में जब अंग्रेजों ने अपने पैर पसारना शुरू किया तो उन्हें उत्तर भारत के विशाल जंगलों का महत्त्व जल्द…

सामाजिक व्यवस्था पर तमाचा है प्रेमचन्द की यह कहानी

3 years ago

झोपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के और अन्दर बेटे कि जवान बीवी बुधिया…

ढोलियों के बिना लोकदेवता की हर पूजा अधूरी मानी गयी है

3 years ago

रामगंगा नदी को पानी देने वाली अनेक गुमनाम नदियों के किनारे अनेक गांव हैं जिनके नाम सिवा खाता-खतूनी के कहीं…

‘ज़िंदगी और जोंक’ अमरकांत की कालजयी कहानी

3 years ago

मुहल्‍ले में जिस दिन उसका आगमन हुआ, सबेरे तरकारी लाने के लिए बाजार जाते समय मैंने उसको देखा था. शिवनाथ…

भीमताल की जर्मन बहू ने दुनिया को नयी ज़िंदगी दी

3 years ago

भीमताल की जून एस्टेट एक मिथक की तरह नैनीताल-वासियों के मन में हमेशा रही है. जब हम लोग नैनीताल के…

खुशी के पीछे भागो, पैसों के पीछे नहीं

3 years ago

जीवन में पैसों की जरूरत पर एक अंग्रेजी का लेख पढ़ रहा था – द नथिंगनेस ऑफ मनी. इस लेख…

उत्तराखंड के इस इलाके में दुल्हन जाती है बारात लेकर दूल्हे के घर

3 years ago

उत्तराखंड अपनी सांस्कृतिक विवधता के लिये खूब जाना जाता है. गढ़वाल, कुमाऊं, जौनसार, भाबर से मिलकर बने इस राज्य में…