Vijay Bhatt

तो गढ़वाल-कुमाऊं ही नहीं भारत-नेपाल को भी जोड़ती थी कंडी रोडतो गढ़वाल-कुमाऊं ही नहीं भारत-नेपाल को भी जोड़ती थी कंडी रोड

तो गढ़वाल-कुमाऊं ही नहीं भारत-नेपाल को भी जोड़ती थी कंडी रोड

ऐतिहासिक सब माउंटेन रोड (कंडी रोड) विस्तार और इतिहास इस सड़क को ही आधार मानकर पर्वतीय और गैर पर्वतीय क्षेत्रों…

3 years ago
आसन नदी और उससे जुड़ी पौराणिक मान्यतायेंआसन नदी और उससे जुड़ी पौराणिक मान्यतायें

आसन नदी और उससे जुड़ी पौराणिक मान्यतायें

देहरादून में शिवालिक पहाड़ी की उत्तरी ढलान पर क्लेमेन्टाउन से पश्चिम दिशा में एक गांव है जिसका नाम चन्द्रबनी है.…

4 years ago
रूस दौरे से लौटने पर नेहरू में क्यों जगी ‘कण्वाश्रम’ को जानने की जिज्ञासारूस दौरे से लौटने पर नेहरू में क्यों जगी ‘कण्वाश्रम’ को जानने की जिज्ञासा

रूस दौरे से लौटने पर नेहरू में क्यों जगी ‘कण्वाश्रम’ को जानने की जिज्ञासा

अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजादी मिलने के बाद वर्ष 1955 में रूस दौरे पर गए भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री…

4 years ago
चंद्र सिंह गढ़वाली के परिजन ही नहीं ले पा रहे ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना’ का लाभचंद्र सिंह गढ़वाली के परिजन ही नहीं ले पा रहे ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना’ का लाभ

चंद्र सिंह गढ़वाली के परिजन ही नहीं ले पा रहे ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना’ का लाभ

राज्य गठन के बाद भले ही उत्तराखंड में पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम पर कई…

4 years ago
मान्यता है कि कौलाजीत मंदिर में मिलता है सर्प दंश पीड़ित को जीवनदानमान्यता है कि कौलाजीत मंदिर में मिलता है सर्प दंश पीड़ित को जीवनदान

मान्यता है कि कौलाजीत मंदिर में मिलता है सर्प दंश पीड़ित को जीवनदान

केदारखंड के तल्ला नागपुर पट्टी के कान्दी गांव में प्राचीन भगवान कौलाजीत का मंदिर है. कौलाजीत एक प्राचीन ऋषि थे. इस…

4 years ago
कालीमठ मंदिर में खून की नदी देख दहल गया था गबर सिंह का दिलकालीमठ मंदिर में खून की नदी देख दहल गया था गबर सिंह का दिल

कालीमठ मंदिर में खून की नदी देख दहल गया था गबर सिंह का दिल

रुद्रप्रयाग जिले के केदारखंड में मां मंदाकिनी के तट पर स्थित सिद्धपीठ कालीमठ मंदिर में  कुछ समय पूर्व तक मन्नतें…

4 years ago

दून घाटी में साल के वन और उनमें विराजमान चार सिद्ध

दून घाटी में प्रवेश करते ही साल के खूबसूरत जंगल आपका स्वागत करते हैं. इस घाटी में आप चारों तरफ…

4 years ago
डड्वार: गढ़वाल की विलुप्त होती परम्पराडड्वार: गढ़वाल की विलुप्त होती परम्परा

डड्वार: गढ़वाल की विलुप्त होती परम्परा

डड्वार, गढ़वाल में दिया जाने वाला एक प्रकार का पारितोषिक है. जिसे पहले तीन लोगों को दिया जाता था: ब्राह्मण,…

4 years ago
हिमालय केवल बर्फ का एक विशाल घर नहीं बल्कि सभ्यता संस्कृति का उदगम स्थल भी है : स्व. कमल जोशीहिमालय केवल बर्फ का एक विशाल घर नहीं बल्कि सभ्यता संस्कृति का उदगम स्थल भी है : स्व. कमल जोशी

हिमालय केवल बर्फ का एक विशाल घर नहीं बल्कि सभ्यता संस्कृति का उदगम स्थल भी है : स्व. कमल जोशी

हिमालय केवल एक पहाड़ नहीं बल्कि संस्कृति और सभ्यता का उद्गम स्थल भी है. हिमालय केवल भारत, एशिया को ही…

5 years ago
उत्तराखंड के जिस घर में चंद्रशेखर आजाद रहे आज वह उपेक्षित पड़ा हैउत्तराखंड के जिस घर में चंद्रशेखर आजाद रहे आज वह उपेक्षित पड़ा है

उत्तराखंड के जिस घर में चंद्रशेखर आजाद रहे आज वह उपेक्षित पड़ा है

गुलाम भारत में ये दौर था वर्ष 1930 के अगस्त माह के दूसरे सप्ताह का. जब चंद्रशेखर "आजाद", हजारीलाल, रामचंद्र,…

5 years ago