Uttarakhand tourism

चफुवा की परियां और नूडल्स का हलवा

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 3 (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर से लीती…

6 years ago

बागेश्वर से लीती और लीती से घुघुतीघोल

पहाड़ के युवाओं में हिमालय की यात्राओं के लिए जिस तरह का नैसर्गिक उत्साह पाया जाता रहा है, उसकी मिसाल…

6 years ago

खजुराहो की शिल्पकला की झलक है चम्पावत के बालेश्वर मंदिर में

खजुराहो की शिल्पकला समाहित किये कामसूत्र की परम्परा का अनुसरण करती पत्थर की मूर्तियाँ कुमाऊँ में या तो अल्मोड़ा के…

6 years ago

कालीचौड़ में देवी का सिद्ध पीठ

कालीचौड़ गौलापार में स्थित काली माता का प्रख्यात मंदिर है. हल्द्वानी से 10 किमी और काठगोदाम से 4 किमी की…

6 years ago

बिनसर की न भूलने वाली बर्फबारी

जादू है बिनसर (Binsar) में अल्मोड़ा से कुल तीस किलोमीटर दूर 2,420 मीटर की ऊंचाई पर अवस्थित है बिनसर. यहाँ…

6 years ago

कसारदेवी का मोहन्स – हौसला हो तो पहाड़ में रहकर क्या नहीं हो सकता

अल्मोड़ा से 6 किलोमीटर दूर एक छोटी सी जगह है कसारदेवी. पिछले पचास से भी अधिक सालों से कसारदेवी दुनिया…

6 years ago

सार संसार एक मुनस्यार

मुनस्यारी को जानने के लिए इसके नाम का अर्थ जान लेना ही काफी है. मुनस्यारी का मतलब है ‘बर्फ वाली…

6 years ago