Satire by Priy Abhishek

ॐ अग्नये स्वाहा, इदं अग्नये इदं न मम

उनके जैसा ज्वलनशील व्यक्ति मिलना मुश्किल था. लोग कहते हैं कि उनके माथे पर लिख दिया जाना चाहिये था- अत्यंत…

4 years ago

संगठित लेखक प्रकाशकों पर भारी पड़ते हैं

हालत पाठकों की भी कुछ कम ख़राब नहीं थी. शर्मा जी के बारे में पता चला कि पुस्तक मेले से…

4 years ago

जो जवानी में बूढ़े हो जाते हैं, वे बुढ़ापे में जवान होते है

मदन जी पूरी रात नहीं सोए. और करवट भी नहीं बदल पाए. एक तरफ़ कनक भूधराकार सरीरा उनकी पत्नी सो…

4 years ago

ठेसबुक में लाठी, कट्टे, तमंचे के प्रवेश की व्यवस्था हेतु मारक जोकर बर्ग के नाम प्रार्थना पत्र

सेवा में,          श्रीमान मारक जोकर बर्ग जी          मुख्य अभियंता          ठेसबुक विषय - ठेसबुक में सुधार कर उसमें…

5 years ago

बात सन दो हज़ार पचास की

बात सन दो हज़ार पचास की है. ये वो समय था जब युवा विभिन्न वीडियो साइट्स पर डालने के लिये…

5 years ago

लोकतंत्र में सबसे बड़ा मत ध्वनि मत है

बहस बहुत देर से चल रही थी. कोई किसी निर्णय तक नहीं पहुँच पा रहा था. प्रश्न ऐसा था जिससे…

5 years ago

होशियार व्यापारी वही है जो ग्राहक को होश में न आने दे

बहुत दिनों बाद रक्षा बंधन की छुट्टियों में भोगीलाल जी से मिलना हुआ. चर्चा चल निकली. मैंने कहा कि ये…

5 years ago

पूँजीपुर रेलवे स्टेशन पर क्रांति एक्सप्रेस

पूँजीपुर के रेलवे स्टेशन पर क्रांति एक्सप्रेस के यात्री अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा में खड़े थे. सभी ने पूँजीपुर के…

5 years ago

बी-थ्री के डिब्बे में मायाविनी की मोहिनी माया

मोहिनी सुंदर है. मोहिनी सुभग है. वह आज रेल के डिब्बे में सवार है. डिब्बा वातानुकूलित है. मोहिनी नवयौवना है.…

5 years ago

पटवारी साथ हो तो आप सकल विश्व को विजय कर सकते हैं

एक समय की बात है प्रभास क्षेत्र में मल्लिका नामक राज्य था, जिसकी राजधानी विराट नगर थी. यहाँ मल्लिका के…

5 years ago