My Childhood by Sundar Chand Thakur

मनोज भट उर्फ गब्बू से पढ़े गणित के ट्यूशन के नहीं दिए गए पैसों का किस्सामनोज भट उर्फ गब्बू से पढ़े गणित के ट्यूशन के नहीं दिए गए पैसों का किस्सा

मनोज भट उर्फ गब्बू से पढ़े गणित के ट्यूशन के नहीं दिए गए पैसों का किस्सा

पहाड़ और मेरा जीवन – 57 (पिछली क़िस्त: बारहवीं में दसवीं के बच्चों को ट्यूशन पढ़ा यूं कमाए मैंने पैसे)…

5 years ago
बारहवीं में दसवीं के बच्चों को ट्यूशन पढ़ा यूं कमाए मैंने पैसेबारहवीं में दसवीं के बच्चों को ट्यूशन पढ़ा यूं कमाए मैंने पैसे

बारहवीं में दसवीं के बच्चों को ट्यूशन पढ़ा यूं कमाए मैंने पैसे

पहाड़ और मेरा जीवन-  56 मैं विद्यार्थी जीवन के दौरान और बाद में भी कई बार पैसों को लेकर थोड़ी…

5 years ago
मास्साब ने लड़कों से कहा, देखो इसे, ये अंग्रेजी का अखबार पढ़ता हैमास्साब ने लड़कों से कहा, देखो इसे, ये अंग्रेजी का अखबार पढ़ता है

मास्साब ने लड़कों से कहा, देखो इसे, ये अंग्रेजी का अखबार पढ़ता है

पहाड़ और मेरा जीवन- 55 पिथौरागढ़ में अखबारों, किताबों और स्टेशनरी की अब तो बहुत-सी दुकानें खुल गई हैं, पर…

5 years ago
पिथौरागढ़ की रामलीला, शरद का उत्सव और तारों भरी रातेंपिथौरागढ़ की रामलीला, शरद का उत्सव और तारों भरी रातें

पिथौरागढ़ की रामलीला, शरद का उत्सव और तारों भरी रातें

पहाड़ और मेरा जीवन- 54 (पिछली क़िस्त: उसकी पलकों का क्षितिज न मिला, फूल मेरी नफीस मुहब्बत का न खिला)…

5 years ago
उसकी पलकों का क्षितिज न मिला, फूल मेरी नफीस मुहब्बत का न खिलाउसकी पलकों का क्षितिज न मिला, फूल मेरी नफीस मुहब्बत का न खिला

उसकी पलकों का क्षितिज न मिला, फूल मेरी नफीस मुहब्बत का न खिला

पहाड़ और मेरा जीवन – 53 ( Sundar Chand Thakur Memoir) (पिछली क़िस्त: मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं, परिस्थितियां उसकी…

5 years ago
मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं, परिस्थितियां उसकी गुलाम हैंमनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं, परिस्थितियां उसकी गुलाम हैं

मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं, परिस्थितियां उसकी गुलाम हैं

पहाड़ और मेरा जीवन – 52 ( Sundar Chand Thakur Memoir) (पिछली क़िस्त: इस विपुला पृथिवी को मैं जानता ही…

5 years ago
इस विपुला पृथिवी को मैं जानता ही कितना हूंइस विपुला पृथिवी को मैं जानता ही कितना हूं

इस विपुला पृथिवी को मैं जानता ही कितना हूं

पहाड़ और मेरा जीवन – 51 (Sundar Chand Thakur Memoir) (पिछली क़िस्त: वह पहाड़ों की सर्दियों का एक जरा-सा धूप…

6 years ago
वह पहाड़ों की सर्दियों का एक जरा-सा धूप का टुकड़ावह पहाड़ों की सर्दियों का एक जरा-सा धूप का टुकड़ा

वह पहाड़ों की सर्दियों का एक जरा-सा धूप का टुकड़ा

पहाड़ और मेरा जीवन – 50 (पिछली क़िस्त: दसवीं बोर्ड परीक्षा में जब मैंने रात भर जागकर पढ़ा सामाजिक विज्ञान…

6 years ago
दसवीं बोर्ड परीक्षा में जब मैंने रात भर जागकर पढ़ा सामाजिक विज्ञानदसवीं बोर्ड परीक्षा में जब मैंने रात भर जागकर पढ़ा सामाजिक विज्ञान

दसवीं बोर्ड परीक्षा में जब मैंने रात भर जागकर पढ़ा सामाजिक विज्ञान

पहाड़ और मेरा जीवन -49 (पिछली क़िस्त: ये रहा मेरे हाथ लगी ग्यारहवीं की डायरी का पहला पन्ना) कक्षा पांच…

6 years ago
ये रहा मेरे हाथ लगी ग्यारहवीं की डायरी का पहला पन्नाये रहा मेरे हाथ लगी ग्यारहवीं की डायरी का पहला पन्ना

ये रहा मेरे हाथ लगी ग्यारहवीं की डायरी का पहला पन्ना

पहाड़ और मेरा जीवन – 48 (पिछली क़िस्त: पुराने दोस्त पुरानी शराब से ज्यादा जायकेदार होते हैं) पुरानी चीजें सहेजकर…

6 years ago