Keshav Bhatt

पांच पैसे की रामलीला और वो मशाल दौड़

एक तो बचपन ऊपर से वो भी गांव का. अलमस्त सा. घर वाले गालियों से नवाजते थे, और 'भूत' हो…

5 years ago

अपनी जलती हुई मशाल समाज को सौंप कर चल दिए डोबा-धारी के बिशनदा भी

बागेश्वर जिले में शहर से डोबा-धारी-गिरेछिना से सोमेश्वर को एक पतली सी सड़क बनने से अब ज्यादातर लोग इसी मार्ग…

5 years ago

एक गाँव से बैसी-जागर का आँखों देखा हाल

आजकल कई गांवों में बैसी-जागर टाईप का कुछ पूजा-नृत्य गांव की धूनियों में हो रहा है. बाहर बसे परदेसी भी…

5 years ago

इतना ख़स्ताहाल कभी न था पिंडारी ग्लेशियर का रास्ता

अभी 20 जून को पिंडारी ग्लेशियर के ट्रैक पर गया तो रास्तों के हाल देख लगा कि नेता, ठेकेदार, प्रशासन…

5 years ago

बुग्यालों से होते हुए मुनस्यारी तक का ट्रेक और पांगती मास्साब का म्यूजियम

गोगिना से नामिक गांव होते हुए मुनस्यारी- 2 पिछली कड़ी : बागेश्वर के गोगिना से नामिक गांव की यात्रा के…

5 years ago

बागेश्वर के गोगिना से नामिक गांव की यात्रा के बहाने पहाड़ का जन-जीवन

गोगिना से नामिक गांव होते हुए मुनस्यारी- 1 बागेश्वर से हिमालय के साथ ही हरे-भरे बुग्यालों को जाने वाले कई…

5 years ago

जिसकी तबीयत ठीक नहीं उसे ट्रेक का गाइड बना दो

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 8 अंतिम क़िस्त (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर…

5 years ago

संतोषी माता का दिन और लालची मीटखोर

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 7 (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर से लीती…

5 years ago

कफनी ग्लेशियर की तरफ

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 6 (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर से लीती…

5 years ago

बिना अनुभव के इस रास्ते में जाना तो साक्षात मौत ही हुई

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 5 (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर से लीती…

5 years ago