Anil Yadav

नये समय में नए अर्थ ग्रहण करते पुराने शब्द

टॉक्सिक (जहरीला) को ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने इस साल का अंतर्राष्ट्रीय शब्द चुना है. ऐसा नहीं है कि सबसे अधिक…

6 years ago

करवा चौथ पर श्री टेलीविजन को पत्र

श्री टेलीविजन जी, आज करवा चौथ है. सो कल भीषण शापिंग के चलते मेरे शहर की सड़कें जाम थीं. बिल्कुल…

6 years ago

मीटू इज स्वीटू

गुजरात के शहरों और कस्बों से हिंदी बोलने वाले बिहार, यूपी, एमपी के भइया लोग देसी गालियां और लात देकर…

6 years ago

असमय राग जैजैवंती की मोहिनी तान

एक मनोरंजक कल्पना कीजिए, अगर महात्मा गांधी अहिंसा और सत्याग्रह का प्रवचन करते हुए अपने भक्त लठैतों (तब भी ऐसे भक्तों…

6 years ago

अध्यात्म और विपश्यना का यथार्थवाद

विपश्यना अध्यात्म का यथार्थवाद है. यहां न आत्मा है, न ईश्वर और न कोई सच्चिदान्द. ध्यान में उतरने के लिए…

6 years ago

यह कोई छोटा रहस्य भी नहीं

मेरे घर से कुछ दूर सड़क पर एक मूंगफली का खोमचा जाड़ा शुरू होते ही अवतरित होता है. नवंबर की…

6 years ago

हमारी राजनीति के असली सरोकार आसानी से मिलने वाली सत्ता की तिकड़में हैं

अनिल यादव वरिष्ठ पत्रकार अनिल यादव बीबीसी के ऑनलाइन हिन्दी संस्करण में नियमित लिखते हैं. अनिल भारत में सर्वाधिक पढ़े…

6 years ago