हिन्दी कविता

अगर समझ सको तो, महोदय पत्रकार!अगर समझ सको तो, महोदय पत्रकार!

अगर समझ सको तो, महोदय पत्रकार!

पत्रकार महोदय - वीरेन डंगवाल 'इतने मरे' यह थी सबसे आम, सबसे ख़ास ख़बर छापी भी जाती थी सबसे चाव…

6 years ago
कुछ काम हम करते हैं कुछ करते हैं पहाड़कुछ काम हम करते हैं कुछ करते हैं पहाड़

कुछ काम हम करते हैं कुछ करते हैं पहाड़

पहली जुलाई 1944 को उत्तराखंड के टिहरी जिले के धंगण गाँव में जन्मे लीलाधर जगूड़ी वर्तमान समकालीन में हिन्दी के…

6 years ago
गाँव में आवाजेंगाँव में आवाजें

गाँव में आवाजें

साहित्य अकादेमी पुरुस्कार से सम्मानित मंगलेश डबराल  (Manglesh Dabral) हमारी भाषा के जाने माने कवि हैं. 16 मई 1948 को…

6 years ago
जिसने मेरी रोटी छीनी उसे रोटियों के समुद्र में फेंकनाजिसने मेरी रोटी छीनी उसे रोटियों के समुद्र में फेंकना

जिसने मेरी रोटी छीनी उसे रोटियों के समुद्र में फेंकना

देना! -  नवीन सागर  जिसने मेरा घर जलाया उसे इतना बड़ा घर देना कि बाहर निकलने को चले पर निकल न…

6 years ago
इतने भले नहीं बन जाना साथीइतने भले नहीं बन जाना साथी

इतने भले नहीं बन जाना साथी

वीरेन डंगवाल (Viren Dangwal) हिन्दी के आधुनिक कवियों की सूची में ऊंचा स्थान रखते हैं. वीरेन डंगवाल (5 August 1947…

6 years ago
प्रमोद कौंसवाल की कविताप्रमोद कौंसवाल की कविता

प्रमोद कौंसवाल की कविता

वो अपनी ही कविता के एक लुटेपिटे हैरान से थकान से चूर खून और गर्द से भरे चेहरे वाले आदमी…

6 years ago
प्रेम पिता का दिखाई नहीं देताप्रेम पिता का दिखाई नहीं देता

प्रेम पिता का दिखाई नहीं देता

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago
जो रास्ता नहीं भूलतेजो रास्ता नहीं भूलते

जो रास्ता नहीं भूलते

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago
दुनिया का सबसे ग़रीब आदमी कौन होगादुनिया का सबसे ग़रीब आदमी कौन होगा

दुनिया का सबसे ग़रीब आदमी कौन होगा

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago
मैं अभी-अभी माँ से मिलकर आया हूँमैं अभी-अभी माँ से मिलकर आया हूँ

मैं अभी-अभी माँ से मिलकर आया हूँ

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago