बटरोही

दाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी हैदाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी है

दाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी है

मेरी कहानी ‘दाड़िम के फूल’ की भी एक मजेदार कहानी है. आनंद तब आए जब इससे पहले मेरे दोस्त बटरोही की कहानी ‘बुरांश…

6 years ago
ऐसा भी कहीं होता है?ऐसा भी कहीं होता है?

ऐसा भी कहीं होता है?

पिछली पोस्ट में मैंने भारत के कालजयी लेखक प्रेमचंद के परिवार के साथ रहने के कारण खुद को सौभाग्यशाली व्यक्तियों…

6 years ago
माँ शिवरानी देवी, प्रेमचंद और सास सुभद्रा कुमारी चौहानमाँ शिवरानी देवी, प्रेमचंद और सास सुभद्रा कुमारी चौहान

माँ शिवरानी देवी, प्रेमचंद और सास सुभद्रा कुमारी चौहान

इस पोस्ट को पिछली पोस्ट के क्रम में पढ़िए. पिछली पोस्ट का लिंक: पचास साल पहले इलाहाबाद में कथाकार अशोक…

6 years ago
पचास साल पहले इलाहाबाद में कथाकार अशोक कंडवाल के साथ: प्रेमचंद और उनके बेटे की स्मृतियांपचास साल पहले इलाहाबाद में कथाकार अशोक कंडवाल के साथ: प्रेमचंद और उनके बेटे की स्मृतियां

पचास साल पहले इलाहाबाद में कथाकार अशोक कंडवाल के साथ: प्रेमचंद और उनके बेटे की स्मृतियां

अपनी जिंदगी के किसी पुराने टुकड़े को एकदम जीवंत रूप में देखना कितना रोमांचकारी होता है, इसका अहसास मुझे कुछ…

6 years ago
डाना गैराड़ के कलबिष्ट देवता की शरण मेंडाना गैराड़ के कलबिष्ट देवता की शरण में

डाना गैराड़ के कलबिष्ट देवता की शरण में

चरवाहे लोकदेवता कलबिष्ट की शरण में (एक लोक देवता के अंकुरण की पृष्ठभूमि)-बटरोही इतने सालों के बाद क्या उसका यह…

6 years ago
गुमदेश के मेरे पुरखों के किस्सेगुमदेश के मेरे पुरखों के किस्से

गुमदेश के मेरे पुरखों के किस्से

गुमदेश के मेरे पुरखों के किस्से --बटरोही मेरा जन्म अल्मोड़ा जिले की मल्ला सालम पट्टी के छानागाँव में हुआ था.…

6 years ago
देवीधूरा का पाषाण युद्ध और पृथ्वी की प्रतीक बाराहीदेवी का मंदिरदेवीधूरा का पाषाण युद्ध और पृथ्वी की प्रतीक बाराहीदेवी का मंदिर

देवीधूरा का पाषाण युद्ध और पृथ्वी की प्रतीक बाराहीदेवी का मंदिर

काली कुमाऊँ योद्धाओं का क्षेत्र है, अतः यहाँ की सभी परंपराएँ शक्ति (ताकत) से जुड़ी हुई हैं. दानवों की भूमि…

6 years ago
बिशन गुरु की मार और ईश्वर से चवन्नी की गुजारिशबिशन गुरु की मार और ईश्वर से चवन्नी की गुजारिश

बिशन गुरु की मार और ईश्वर से चवन्नी की गुजारिश

जब मैं पहली बार शहर के स्कूल पहुँचा सन 1955 तक मैंने गाँव के स्कूल में पढ़ा जो चारों ओर…

6 years ago
दुर्दशा का शिकार महादेवी वर्मा सृजन पीठदुर्दशा का शिकार महादेवी वर्मा सृजन पीठ

दुर्दशा का शिकार महादेवी वर्मा सृजन पीठ

मेरे पास अनेक संदेश आ रहे हैं कि क्या महादेवी वर्मा सृजन पीठ बंद हो गयी है? उसे किसने बंद…

6 years ago
डेन्यूब किनारे हिमालय का पक्षी : बटरोही की कहानीडेन्यूब किनारे हिमालय का पक्षी : बटरोही की कहानी

डेन्यूब किनारे हिमालय का पक्षी : बटरोही की कहानी

फ्रैंकफर्ट में जहाज बदला और हंगरी के स्थानीय समय के अनुसार पूर्वाह्न साढ़े दस बजे, जिस वक़्त भारत में दोपहर…

6 years ago