कहानी

देवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानीदेवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानी

देवीधुरा का पान और नेता बहादुर – सच्ची घटना पर आधारित उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की कहानी

वो मरने ही आया था यहाँ. देवीधुरा पहाड़ की चोटी पर बना ग्राम देवता का वह मंदिर अब खंडहर में…

5 years ago
लछुली की ईजा – भुवन चन्द्र पन्त की कहानीलछुली की ईजा – भुवन चन्द्र पन्त की कहानी

लछुली की ईजा – भुवन चन्द्र पन्त की कहानी

प्रायः सुनसान सा रहने वाला लछुली की ईजा का घर-आंगन, आज एकाएक गांव के लोगों से खचाखच भरा था. यह…

5 years ago
बंद दरवाजा – स्मिता कर्नाटक की एक अल्मोड़िया दास्तानबंद दरवाजा – स्मिता कर्नाटक की एक अल्मोड़िया दास्तान

बंद दरवाजा – स्मिता कर्नाटक की एक अल्मोड़िया दास्तान

चलते चलते अचानक मेरे पैर जहाँ के तहाँ ठहर गये. अग़ल-बग़ल उठ आये मकानों के बीच इस मकान को खोजना…

5 years ago
हल्द्वानी वाले बुआ-फूफा जी और उनके स्मार्ट फोनहल्द्वानी वाले बुआ-फूफा जी और उनके स्मार्ट फोन

हल्द्वानी वाले बुआ-फूफा जी और उनके स्मार्ट फोन

उनकी गृहस्थी सुन्दर थी. फूफा बुआ को स्कूटर पर घुमाते थे. हर इतवार या छुट्टी के दिन वे दोनों किसी…

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लाइव के मौसम में एक जरूरी कथालाइव के मौसम में एक जरूरी कथा

लाइव के मौसम में एक जरूरी कथा

[अमित श्रीवास्तव की यह ताज़ा कहानी सच की अनेक परतों के बीच डूबती-उतराती रहती है. यह आधुनिक समय की अनेक…

5 years ago
काली नदी की नरभक्षी मछली और चिता से तीन बार वापस आये नेपाली बुबू का किस्साकाली नदी की नरभक्षी मछली और चिता से तीन बार वापस आये नेपाली बुबू का किस्सा

काली नदी की नरभक्षी मछली और चिता से तीन बार वापस आये नेपाली बुबू का किस्सा

टीवी में बहुत ही रोचक कार्यक्रम आ रहा था  जिसका विषय था-दानव मछली.  यानी ऐसी बड़ी-बड़ी मछलियाँ जो रहती तो…

5 years ago
रानीखेत के भैंसोली के जंगल में एक ऐसा भी बूढ़ा रहता थारानीखेत के भैंसोली के जंगल में एक ऐसा भी बूढ़ा रहता था

रानीखेत के भैंसोली के जंगल में एक ऐसा भी बूढ़ा रहता था

नाम-सोबन सिंह, रंग- गोरा, कद-औसत, आँखें-चमकदार, पीठ-सीधी, आवाज़–कड़क, उम्र-तिरासी साल. (Soban Singh Story Swati Melkani) उम्र के अलावा और कुछ…

5 years ago
बाघ, बारिश और रोटी – पहाड़ियों के संघर्ष की एक कहानी ऐसी भीबाघ, बारिश और रोटी – पहाड़ियों के संघर्ष की एक कहानी ऐसी भी

बाघ, बारिश और रोटी – पहाड़ियों के संघर्ष की एक कहानी ऐसी भी

भले ही देश आर्थिक उदारीकरण के लिए सरदार मनमोहन सिहं और नब्बे के दशक को याद रखता हो लेकिन मेरे…

5 years ago
नैनीताल के अजाने इतिहास से निकली एक और अनोखी कहानीनैनीताल के अजाने इतिहास से निकली एक और अनोखी कहानी

नैनीताल के अजाने इतिहास से निकली एक और अनोखी कहानी

नैनीताल के फांसी गधेरे से जुड़ी अनेक किंवदंतियों-कहावतों-किस्सों के पसमंजर में गूंथकर रचा गया है इस अद्भुत कथा को. इतिहास,…

6 years ago
अंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंहअंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंह

अंग्रेजों के ज़माने का पटवारी हुआ गुमानसिंह

जीवन भर हल्द्वानी (Haldwani) में रहे स्व. आनन्द बल्लभ उप्रेती (Anand Ballabh Upreti) राज्य के वरिष्ठतम पत्रकार-लेखकों में थे. हल्द्वानी…

6 years ago