प्रमोद साह

महंगी होती खेती के दौर में उत्तराखंड की पम्परागत खेती

1960 में हरित क्रांति के नाम पर हमने क्षेत्र विशेष के स्थानीय बीजों को चलन से बाहर करने के लिए…

4 years ago

कुमाऊं में होली की विधाएं

कुमाऊं में होली की चार विधाएं हैं -  खड़ी होली, बैठकी होली, महिलाओं के होली, ठेठर और स्वांग. खड़ी होली का…

4 years ago

उत्तराखंड का रघुनाथ मंदिर : रावण वध के बाद जहां भगवान राम ने तप किया

राजनीतिक सत्ता और उसके संघर्ष ने भारत की सीमाओं को हमेशा अदला -बदला, लेकिन धार्मिक परंपराओं से भारत के एक…

4 years ago

कुमाऊं के रस-भात उर्फ ठठ्वाणी-भात के आगे क्या बिसात है देवलोक के अमृत की

जाड़ों में पहाड़ों की रसोई में एक स्पेशल परोसे जाने का रिवाज है. इस थाली में बड़ी, भांग की चटनी,…

4 years ago

जंगलों में गांव की भागीदारी बनी ही रहनी चाहिए

टिहरी जिले के थत्युड ब्लॉक से कोई 10 - 12 किलोमीटर आगे देवसारी और मोलधार गांव हैं.  यह सुंदर तस्वीरें…

5 years ago

मेरे हिस्से के चंडी प्रसाद भट्ट

यह वर्ष 1986 था जब मैं द्वाराहाट जैसे ग्रामीण पृष्ठभूमि से बी.ए पास कर आगे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से कानून की…

5 years ago

फेसबुक ग्रुप नहीं एक मुहिम है हल्द्वानी ऑनलाइन 2011

दैव संयोग से ही बनते हैं, हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 जैसे ग्रुप सोशल मीडिया का प्लेटफार्म अच्छाई के लिए कम ही…

5 years ago

आज मैन ऑफ़ ट्रीज का जन्मदिन है

यूं तो भारत सहित दुनिया की अधिकांश प्राचीनतम सभ्यताएं चीन, मिश्र,  यूनान तथा आदिवासी अफ्रीकी समाज में पर्यावरण चेतना का…

5 years ago

मिलिये सामाजिक कार्यों के लिये सरकारी नौकरी छोड़ने वाले उत्तराखंड के धूम सिंह नेगी से

पंचायत चुनाव के दौरान प्रख्यात गांधीवादी चिंतक सर्वोदय कार्यकर्ता और बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता 80 वर्षीय धूम सिंह नेगी…

5 years ago

गांधी का ग्रामस्वराज और आधुनिक ग्राम

पंचायतें इन दिनों उत्तराखंड में ग्राम पंचायत चुनाव की चर्चा जोरों पर है. ऐसे में ग्रामीण भारत के विषय में…

5 years ago