इतिहास

द्वितीय विश्व युद्ध में अल्मोड़ा के किशनराम के साहस का अजब किस्साद्वितीय विश्व युद्ध में अल्मोड़ा के किशनराम के साहस का अजब किस्सा

द्वितीय विश्व युद्ध में अल्मोड़ा के किशनराम के साहस का अजब किस्सा

रणनीति के अनुसार, हमारा बिग्रेड उत्तरी पहाड़ियों पर हमला करके, जहाँ इटली की सेना थी, पीछे से जाकर मौनेस्ट्री हिल…

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उत्तराखंड के इतिहास में ऐतिहासिक शर्म का दिन है आजउत्तराखंड के इतिहास में ऐतिहासिक शर्म का दिन है आज

उत्तराखंड के इतिहास में ऐतिहासिक शर्म का दिन है आज

अपनी समस्याओं को लगातार पत्र और सभाओं के माध्यम से दरबार को बताने के प्रयासों के बाद भी अहंकारी दीवान…

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जवाहर लाल नेहरू अल्मोड़ा जेल मेंजवाहर लाल नेहरू अल्मोड़ा जेल में

जवाहर लाल नेहरू अल्मोड़ा जेल में

जवाहरलाल नेहरू (नवंबर 14, 1889 - मई 27, 1964) भारत की आजादी के शिल्पियों में से एक रहे नेहरू के बारे…

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तिलाड़ी काण्ड की पृष्ठभूमि तैयार करने वाले जन आन्दोलनों का एक विस्तृत अध्ययनतिलाड़ी काण्ड की पृष्ठभूमि तैयार करने वाले जन आन्दोलनों का एक विस्तृत अध्ययन

तिलाड़ी काण्ड की पृष्ठभूमि तैयार करने वाले जन आन्दोलनों का एक विस्तृत अध्ययन

1803 में गोरखाओं से पराजित होकर राज्य खो देने प्रद्युमन शाह की मृत्यु के बाद 1815 में अंग्रेजों की मदद…

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मिलम-मुनस्यारी से निकला एक युग नायक जिसे दुनिया ने जाना, हमने भुलायामिलम-मुनस्यारी से निकला एक युग नायक जिसे दुनिया ने जाना, हमने भुलाया

मिलम-मुनस्यारी से निकला एक युग नायक जिसे दुनिया ने जाना, हमने भुलाया

19वीं सदी का महान घुमक्कड़-अन्वेषक-सर्वेक्षक पण्डित नैन सिंह रावत (सन् 1830-1895) आज भी ‘‘सैकड़ों पहाड़ी, पठारी तथा रेगिस्तानी स्थानों, दर्रों,…

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पिथौरागढ़ में लाउडन फोर्ट और अल्मोड़ा में फोर्ट मोयरा का नामकरण कैसे हुआपिथौरागढ़ में लाउडन फोर्ट और अल्मोड़ा में फोर्ट मोयरा का नामकरण कैसे हुआ

पिथौरागढ़ में लाउडन फोर्ट और अल्मोड़ा में फोर्ट मोयरा का नामकरण कैसे हुआ

1815 में गोरखों को पराजित कर अंग्रेजी शासन की नींव उत्तराखण्ड में रख दी गई. गोरखा-ब्रिटिश युद्ध 1814 से 1816…

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तराई और उसके रहवासियों का इतिहासतराई और उसके रहवासियों का इतिहास

तराई और उसके रहवासियों का इतिहास

कहा जाता है कि प्राचीन महाकाव्य काल में उत्तराखंड का तराई -भाभर इलाका ऋषि मुनियों की तपोस्थली थी. सीतावनी में…

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पिथौरागढ़ में नाचनी कस्बे के नाम की कहानीपिथौरागढ़ में नाचनी कस्बे के नाम की कहानी

पिथौरागढ़ में नाचनी कस्बे के नाम की कहानी

नाचनी एक छोटा सा क़स्बा है जो पिथौरागढ़ ज़िले के तल्ला जोहार में अवस्तिथ है. इसकी भौगोलिक संरचना एक V…

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समय विनोद : उत्तराखंड क्षेत्र से हिंदी में प्रकाशित होने वाला पहला समाचार पत्रसमय विनोद : उत्तराखंड क्षेत्र से हिंदी में प्रकाशित होने वाला पहला समाचार पत्र

समय विनोद : उत्तराखंड क्षेत्र से हिंदी में प्रकाशित होने वाला पहला समाचार पत्र

उत्तराखंड में हिंदी उर्दू पत्रकारिता सन 1868 में 'समय विनोद' से प्रारंभ हुई. पूरे हिमालयी क्षेत्र से देशी भाषा में…

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उत्तराखंड के विख्यात चित्रकार मौलाराम के अंतिम दिन बड़ी मुफ़लिसी में गुजरेउत्तराखंड के विख्यात चित्रकार मौलाराम के अंतिम दिन बड़ी मुफ़लिसी में गुजरे

उत्तराखंड के विख्यात चित्रकार मौलाराम के अंतिम दिन बड़ी मुफ़लिसी में गुजरे

चित्रकार, इतिहासकार, कूटनीतिज्ञ, कवि मौलाराम उत्तराखंड के सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों में गिने जाते हैं. गढ़वाल वंश के शासकों के दरबार…

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