कॉलम

कहो देबी, कथा कहो – 4

पिछली कड़ी नवीन और मैंने एन सी सी भी ले ली. एन सी सी की अपनी प्लाटून की परेड के…

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अल्मोड़े का दशहरा

अल्मोड़ा नगर में पुतले बनाने की परंपरा की शुरूआत कब हुई इसके बारे में कुछ पता नहीं है हुक्का क्लब…

6 years ago

बुरा मान गए हमारे पितर

चौमास बीता. श्राद्ध भी बीत गए. आस पास के बृत्ति ब्राह्मणों के साथ घर के बड़े बूढ़े, कच्चे बच्चे सब…

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साझा कलम : 12 सुनील कुमार

[एक ज़रूरी पहल के तौर पर हम अपने पाठकों से काफल ट्री के लिए उनका गद्य लेखन भी आमंत्रित कर…

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पुट्टन चाचा और पाउट्स वाली चाची

पहली बार पहाड़ जाकर पुट्टन चाचा वापस आए तो सबसे पहले अपनी फेसबुक प्रोफाइल में खुद के बारे में लिखा-…

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चादर ट्रेक लद्दाख क्षेत्र : एक फोटो निबंध

चादर ट्रेक लद्दाख क्षेत्र के जमी हुई ज़ंस्कार नदी के ऊपर सर्दियों में की जाने वाली एक दुर्गम ट्रेकिंग है.…

6 years ago

प्योर मैथमैटिक्स का रोमांस

अट्ठारह साल के एक नौजवान ने अपने पिता को लिखे पत्र में बड़े उत्साह से अपने रिसर्च टॉपिक के बारे…

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साझा कलम : 11 प्रीति सिंह परिहार

[एक ज़रूरी पहल के तौर पर हम अपने पाठकों से काफल ट्री के लिए उनका गद्य लेखन भी आमंत्रित कर…

6 years ago

‘सब हो जायेगा’ वाले भाई साहब

'चिंता मत करो, सब हो जायेगा !' की तसल्ली देने वाले भाई लोगों की तादाद इन दिनों एकाएक काफी बढ़…

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बहुत कम समय भी रहता है देर तक

मन का गद्य -शिवप्रसाद जोशी एक हल्की सी ख़ुशी की आहट थी. लेकिन जल्द ही ये आवाज़ गुम हो गई.…

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