कॉलम

शंकर चचा, पहाड़ में शराब की तस्करी और हवालात से वर्क फ्रॉम होम

अल्मोड़ा विविधताओं से भरा शहर है. विविधतायें इतनी कि कभी-कभी विविधता और विचित्रता में अंतर कर पाना किसी सामान्य आदमी…

5 years ago

पिथौरागढ़ के युवा बना रहे हैं च्यूरे के घी से जुगनू लाइट्स

किसी शहर के भविष्य का आधार उसका युवा होता है. एक ऐसे समय जब पूरे विश्व भर में युवाओं को…

5 years ago

चौमास – गीता गैरोला की कहानी स्मिता कर्नाटक की आवाज में

हमारी नियमित लेखिका गीता गैरोला ने आपको अनेक मनभावन कहानियां सुनाई हैं. हाल ही में हमने उनकी मशहूर किताब ‘मल्यो…

5 years ago

स्थानीय व्यंजन उत्तराखंड में पर्यटन को एक मजबूत आधार दे सकते हैं

अमूमन किसी भी शहरी यात्री के लिए पहाड़ों की ओर आकर्षित होने के दो मुख्य कारण होते हैं. एक तो…

5 years ago

गौलापार में दिग्गजों के बीच यूं ही नहीं चमका रवि

सफलता की कहानी यूं ही नहीं लिखी जाती. ईमानदारी से किए गए संघर्ष  और कड़ी मेहनत ही सफलता की कहानी…

5 years ago

फ्वां बाघा रे वाले खतरनाक नरभक्षी बाघ की असल रोमांचक दास्तान

आजकल पहाड़ों में ही नहीं देश-विदेश में “फ्वां बाघा रे” गीत की बहुत चर्चा है. यह गीत इतिहास की  एक…

5 years ago

धन की देवी का वाहन और मृत्यु का सूचक एक ही जीव कैसे हो सकता है

होशियारी की मिसाल होते हैं. इंग्लैण्ड-अमेरिका में. विश्वास न हो तो उनके साहित्यकोश की तलाशी ले लो. एज़ वाइज़ एज़…

5 years ago

कहां गया हमारे पहाड़ का चुआ

अब तो भूले-बिसरे ही याद आता है हमें रामदाना. उपवास के लिए लोग इसके लड्डू और पट्टी खोजते हैं. पहले…

5 years ago

पुलिस कर्मियों की त्रासद मृत्यु तक को मखौल में बदल देता है सोशल मीडिया

[हाल में नैनीताल के बीरभट्टी के समीप हुए हादसे में दिवंगत हुए पुलिसकर्मियों को लेकर सोशल मीडिया के कुछ हिस्सों…

5 years ago

‘तीलै धारू बोला’ कहीं उत्तराखण्डी महिलाओं की व्यथा-कथा तो नहीं?

जब से हमने होश संभाला, कुमांऊनी का गाना – ‘चैकोटकि पारबती तीलै धारू बोला बली, तीलै धारू बोला’ अथवा ‘ओ…

5 years ago