प्रो. मृगेश पाण्डे

प्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रिप्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रि

प्रकृति व महामाया का पर्व नवरात्रि

प्रकृति शब्द में तीन अक्षर हैं जिनमें 'प्र' अक्षर पहले से आकर्षित प्राकृष्ट सत्वगुण, 'कृ' अक्षर रजोगुण एवं 'ति' तमोगुण…

6 months ago
ब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशीब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशी

ब्रह्माण्ड एवं विज्ञान : गिरीश चंद्र जोशी

 ब्रह्माण्ड अनेक रहस्यों से भरा है. इनके बारे में जानने के लिए उत्सुकता लगातार बनी रही है. आदि काल से…

6 months ago
शो मस्ट गो ऑनशो मस्ट गो ऑन

शो मस्ट गो ऑन

मुझ जैसा आदमी... जिसके पास करने को कुछ नहीं है... जो बिलकुल अकेला हो और उससे बढ़ कर बूढ़ा हो……

7 months ago
छिपलाकोट अंतरयात्रा : चल उड़ जा रे पंछीछिपलाकोट अंतरयात्रा : चल उड़ जा रे पंछी

छिपलाकोट अंतरयात्रा : चल उड़ जा रे पंछी

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अंतरयात्रा : वो भूली दास्तां, लो फिर याद आ गई सुबह हो गई है. मौसम बिलकुल…

7 months ago
घी त्यार में हर घर में घी से बने स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते हैंघी त्यार में हर घर में घी से बने स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते हैं

घी त्यार में हर घर में घी से बने स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते हैं

https://www.youtube.com/embed/tM07hC5IABM काफल ट्री का यूट्यूब चैनल पहाड़ में खेती किसानी के साथ पशु पालन होता आया. अनाज, फल फूल और…

8 months ago
छिपलाकोट अंतरयात्रा : वो भूली दास्तां, लो फिर याद आ गईछिपलाकोट अंतरयात्रा : वो भूली दास्तां, लो फिर याद आ गई

छिपलाकोट अंतरयात्रा : वो भूली दास्तां, लो फिर याद आ गई

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अंतरयात्रा: चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँ खम्पादरज्यू में सब साथी पूजा कर रहे…

8 months ago
बजट 2024 : प्राकृतिक खेती की बुनियादबजट 2024 : प्राकृतिक खेती की बुनियाद

बजट 2024 : प्राकृतिक खेती की बुनियाद

2024 के बजट में प्राकृतिक खेती की तकनीक को एक करोड़ किसानों तक पहुँचाने की नवीनतम घोषणा है. यह उम्मीद…

8 months ago
छिपलाकोट अंतरयात्रा: चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँछिपलाकोट अंतरयात्रा: चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँ

छिपलाकोट अंतरयात्रा: चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएँ

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया वापसी का दौर था. कुंडल दा,…

9 months ago
छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लियाछिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया

छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जो मिल गया उसी को मुकद्दर समझ लिया

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : आ चल के तुझे, मैं ले के चलूँ, इक ऐसे गगन के तले छिपलाकोट…

9 months ago
भोट-तिब्बत व्यापार में दोस्ती और जुबान की कीमतभोट-तिब्बत व्यापार में दोस्ती और जुबान की कीमत

भोट-तिब्बत व्यापार में दोस्ती और जुबान की कीमत

तिब्बत में भोटान्तिकों का व्यापार वहां की अनेकानेक मंडियों में होता था. इनमें मुख्य तकलाकोट, ज्ञानिमा, गरतोक, चकरा, शिवचिलम, ख्युंग…

10 months ago