जगमोहन रौतेला

कुमाऊं में शोक व्यक्त करने के तरीके

हर समाज में किसी प्रियजन की मौत पर शोक व्यक्त करने के अपने तरीके हैं. इसी तरह कुमाऊं में इसके…

3 years ago

बहुत भरोसेमंद था रमुआ बल्द

बचपन गजब होता है जो बातें उन दिनों अखरती हैं वहीं बाद में मधुरता घोलती दिखाई देती हैं. कुछ बातें…

3 years ago

गढ़वाली लोकगीत के पितामह ‘जीत सिंह नेगी’ की पहली पुण्यतिथि है आज

2 फरवरी 1925 को जन्मे पहाड़ के महान कलाकार जीत सिंह नेगी की आज पहली पुण्यतिथि है. जीत सिंह नेगी…

3 years ago

कितनी बेबाकी से लिखता था भुला पंकज सिंह महर

पंकज सिंह महर था तो सरकारी नौकरी (विधानसभा में प्रतिवेदक/रिपोर्टर) में, पर राज्य बनने के दो दशक बाद भी विकास…

4 years ago

उत्तराखण्ड की कद्दावर महिला नेता थी इंदिरा हृदयेश

कॉग्रेस व उत्तराखण्ड की राजनीति को आज रविवार (13 जून 2021) को एक बड़ा झटका लगा है. नेता प्रतिपक्ष डॉ.…

4 years ago

पहाड़ के मायादार लोकगायक हीरा सिंह राणा ‘हिरदा’ का जन्मदिन है आज

अपने गीतों व गायन के माध्यम से लोगों में जनचेतना का संचार करने वाले और उत्तराखण्ड आन्दोलन के दौरान, लस्का…

4 years ago

जनान्दोलनों के संघर्ष का प्रतीक था – त्रेपन चौहान की तेरहवीं पर जगमोहन रौतेला की भावभीनी श्रद्धांजलि

उत्तराखण्ड के जनान्दोलनों व जनसरोकारों के लिए काम करने वाली धारा को गत 13 अगस्त 2020 को तब गहरा आघात…

4 years ago

कालू चूड़ी वाला : हल्द्वानी और आस-पास के गाँवों की बेटी-ब्यारियों की चलती-फिरती ज्वैलरी शॉप

वह समय आज की तरह हवा में जहर घोल देने वाला नहीं था. तभी तो आज से चार-पांच दशक पहले…

4 years ago

उत्तराखण्ड के लोक संगीत के एक युग थे जीत सिंह नेगी

एक पखवाड़े के भीतर उत्तराखण्ड के लोक संगीत को दूसरा बड़ा झटका रविवार 21 जून 2020 को लगा, जब यहॉ…

4 years ago

जनसरोकारों की पत्रकारिता के एक स्तम्भ थे पुरुषोत्तम असनोड़ा : श्रद्धांजलि

वरिष्ठ पत्रकार व उत्तराखण्ड के विभिन्न जनान्दोलनों में सक्रिय भागीदारी निभाने वाले पुरुषोत्तम असनोड़ा का 15 अप्रैल की शाम ऋषिकेश…

5 years ago