केशव भट्ट

साठ के दशक में हिमालय अंचल की यात्रा से जुड़ी यादेंसाठ के दशक में हिमालय अंचल की यात्रा से जुड़ी यादें

साठ के दशक में हिमालय अंचल की यात्रा से जुड़ी यादें

चितरंजन दासजी ने उत्तराखंड के हिमालयी तीर्थों की अपनी यायावरी यात्रा को अपनी किताब 'शिलातीर्थ' में बहुत ही सजीव और…

4 years ago
कठिन पद यात्रायें प्रकृति के करीब ले जाती हैंकठिन पद यात्रायें प्रकृति के करीब ले जाती हैं

कठिन पद यात्रायें प्रकृति के करीब ले जाती हैं

ऊपर ज्योरागली में धूप निखर आई थी. कुछेक साथी वहां पहुंच भी गए थे तो ठंड में जमी रूपकुंड झील…

4 years ago
रहस्यमयी रूपकुंड से जुड़ी कहानियांरहस्यमयी रूपकुंड से जुड़ी कहानियां

रहस्यमयी रूपकुंड से जुड़ी कहानियां

रूपकुंड यहां से करीब तीन किलोमीटर दूर है. लेकिन उंचाई ज्यादा होने से रास्ता बहुत लंबा और थकान भरा महसूस…

4 years ago
बगुवावासा: रूपकुंड यात्रा का एक पड़ाव जहां से आगे पानी बहना भूल जाता हैबगुवावासा: रूपकुंड यात्रा का एक पड़ाव जहां से आगे पानी बहना भूल जाता है

बगुवावासा: रूपकुंड यात्रा का एक पड़ाव जहां से आगे पानी बहना भूल जाता है

आज बगुवावासा में पड़ाव था. रूपकुंड की तलहटी पर ठंडा पड़ाव है बगुवावासा. अविनखरक से सात किलोमीटर पर है पाथर…

4 years ago
रूपकुंड यात्रा मार्ग पर स्थित मखमली घास वाला आली बुग्यालरूपकुंड यात्रा मार्ग पर स्थित मखमली घास वाला आली बुग्याल

रूपकुंड यात्रा मार्ग पर स्थित मखमली घास वाला आली बुग्याल

सुबह नाश्ते के बाद अगले पड़ाव के लिए सभी ने अपने रकसैक कंधों पर डाल लिए. दिन के खाने के…

4 years ago
रूपकुंड यात्रा के शुरुआती दिनरूपकुंड यात्रा के शुरुआती दिन

रूपकुंड यात्रा के शुरुआती दिन

चमोली जिले में एतिहासिक धार्मिक राजजात यात्रा का एक पड़ाव है लोहाजंग. नौटी से शुरू होने वाली यह पदयात्रा करीब…

4 years ago

हिमालय में रूह तलाशता एक जिन्न

जीन डेलहाय ने यूं तो बेल्जियम में जन्म लिया लेकिन उसकी आत्मा हमेशा हिमालय की वादियों में विचरती है. साल…

4 years ago
बागेश्वर के खर्कटम्टा गांव से तीन ताम्र शिल्प कारीगरों की बात जो लुप्त होती कला को बचाने में लगे हैंबागेश्वर के खर्कटम्टा गांव से तीन ताम्र शिल्प कारीगरों की बात जो लुप्त होती कला को बचाने में लगे हैं

बागेश्वर के खर्कटम्टा गांव से तीन ताम्र शिल्प कारीगरों की बात जो लुप्त होती कला को बचाने में लगे हैं

बागेश्वर जिले के खर्कटम्टा गांव में कभी तांबे से बनने वाले बर्तनों की टन्न… टन्न की गूंज दूर घाटियों में…

5 years ago
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भूलती सरकारें : बागेश्वर से 98 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सिंह चौहान की बातस्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भूलती सरकारें : बागेश्वर से 98 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सिंह चौहान की बात

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भूलती सरकारें : बागेश्वर से 98 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम सिंह चौहान की बात

आजादी के बाद से ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान और शौर्य के नाम पर सरकारें हर साल 15 अगस्त…

5 years ago
सलाम त्रेपनदा! हरदम दिलों में रहोगे जिंदासलाम त्रेपनदा! हरदम दिलों में रहोगे जिंदा

सलाम त्रेपनदा! हरदम दिलों में रहोगे जिंदा

21 सितंबर 2014 को रविवार का वो दिन मेरे सांथ ही नागरिक मंच के सांथियों के लिए काफी चहल-पहल भरा…

5 years ago