अशोक पाण्डे

हरकुवा गांठी के किस्से

हरक सिंह पुराने बॉडी बिल्डर थे. जन्मजात गुस्सैल थे. बात-बात पर हाथ छोड़ देना उन्हें अच्छा लगता था. दुनिया में…

3 years ago

जब भारतीय क्रिकेट टीम की जीत देखने को साल-दो साल इन्तजार करना पड़ता था

एक बार यूं हुआ कि टेस्ट खेलते हुए इंडिया की टीम एक ही दिन में दो बार ऑल आउट हो…

3 years ago

जब पुरुष बन कर दौड़ी बॉबी गिब

बॉबी गिब ने चलना सीखते ही दौड़ना शुरू कर दिया था. उसकी बाकी सहेलियां भी दौड़ा करती थीं लेकिन तेरह-चौदह…

3 years ago

हल्द्वानी के गट्टू भाई का बाघ से सामना

नई-नई शादी के पंद्रह दिन बाद उस रात गट्टू भाई की अपनी बीवी से पहली लड़ाई हुई. बीवी का लिहाज…

4 years ago

अल्मोड़े का ठसका

चापलूस-भलेमानुस की छवि बनाए रखना दुकानदारी की पहली शर्त है. एक दुकानदार को सफलता हासिल करने के लिए झूठमूठ हंसने…

4 years ago

सिर्फ बर्फ से ढकी चोटियां हिमालय नहीं होती

हिमालय की पहली स्मृति नर्सरी क्लास की है जब हमें पिकनिक के लिए अल्मोड़े से कौसानी ले जाया गया था.…

4 years ago

हमें कभी माफ़ न करना दद्दा ध्यानचंद!

ध्यान चंद की आत्मकथा की प्रस्तावना लिखते हुए मेजर जनरल ए.ए. रुद्रा ने उन्नीस साल के ध्यान चंद को इस…

4 years ago

अमला शंकर खामोशी से इस दुनिया से विदा हो गईं

अपने होने वाले पति यानी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के नर्तक उदयशंकर से हुई पहली मुलाक़ात को याद करते हुए अमला शंकर…

4 years ago

चूहे की बेटी के विवाह और चन्द्रमा, सूरज, पेड़, धरती की लोककथा

किसी समय एक चूहा रहता था जिसकी एक बहुत सुन्दर विवाहयोग्य कन्या थी. चूहा बहुत महत्वाकांक्षी था और अपनी सामाजिक…

4 years ago

एक लड़की और उसका पति जो सर्प था – कुमाऊनी लोककथा

एक बार एक आदमी की एक पत्नी थी. आदमी उससे नाराज था. उसने खुद से कहा, “अगर मैं एक पत्थर…

4 years ago