कला साहित्य

हम मारे जाएंगे अगर नहीं रचेंगे देवताओं को, हम मारे जाएंगे अगर हम उनकी हत्या नहीं करेंगे

अदूनिस - विडंबनाओं और पराकाष्ठाओं के कवि सीरिया में १९३० में जन्मे सीरियाई – लेबनानी मूल के कवि, साहित्यालोचक, अनुवादक,…

6 years ago

महमूद दरवेश बता रहे हैं कविता से कैसे पैदा की जाती है उम्मीद

पिछली सदी के महानतम कवियों में शुमार महमूद दरवेश ने, अपनी मृत्यु से एक साल पहले दिये गए एक साक्षात्कार…

6 years ago

विष्णु खरे: बिगाड़ के डर से ईमान का सौदा नहीं किया

विष्णु जी नहीं रहे. हिंदी साहित्य संसार ने एक ऐसा बौद्धिक खो दिया, जिसने ‘बिगाड़ के डर से ईमान’ की बात…

6 years ago

लेट्स गो डच – अंग्रेज़ी भाषा का एक पहलू ये भी

कॉक्नी लन्दन के कामगारों की विचित्र लेकिन कल्ट बन चुकी भाषा है. इतिहास की दृष्टि से आमतौर पर मज़दूरों के…

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नहीं रहे विष्णु खरे

[हिन्दी के वरिष्ठ  कवि और प्रतिष्ठित सम्पादक-अनुवादक विष्णु खरे का आज निधन हो गया. अनेक भाषाओं के ज्ञाता और संगीत-सिनेमा…

6 years ago

मेरा दिल खोजता है उसे और वह नहीं है मेरे पास

बीसवीं सदी के सबसे बड़े कवियों में शुमार किये जाने वाले पाब्लो नेरूदा का पहला काव्य संग्रह था 'वेइन्ते पोएमास…

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चिपको आन्दोलन के प्रभावों को साफगोई से सामने रखता दावानल

सन 2008 में प्रकाशित चर्चित उपन्यास 'दावानल' मैं कई बार पढ़ चुका हूँ. इसे पढ़ने में हर बार एक नया…

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कामसूत्र से कुछ सबक

कामसूत्र से कुछ सबक - महमूद दरवेश आसमानी प्याले के साथ उसका इन्तज़ार करो ख़ुशबूदार ग़ुलाबों के बीच वसन्त की…

6 years ago

मॉल चलो भई मॉल चलो: नए बखत का शहरी गाना

चिंटू –चिन्नी, पापा –मम्मी साथ में उनके बाबा–ईजा तोंद–पोंद से लटक रहे थे जाने कितने बर्गर–पीजा हफ्ते भर की भूख…

6 years ago

शैलेश मटियानी एक लेखक का नाम है

विधाता जब किसी को भरपूर प्रतिभा देता है तो उसके साथ ऐसी विसंगतियाँ भी जोड़ देता है कि उसके लिए…

6 years ago