कला साहित्य

सौत: मुंशी प्रेमचंद की कहानीसौत: मुंशी प्रेमचंद की कहानी

सौत: मुंशी प्रेमचंद की कहानी

जब रजिया के दो-तीन बच्चे होकर मर गए और उम्र ढल चली, तो रामू का प्रेम उससे कुछ कम होने…

2 years ago
एक अधूरी प्रेमकथा : इला प्रसाद की कहानीएक अधूरी प्रेमकथा : इला प्रसाद की कहानी

एक अधूरी प्रेमकथा : इला प्रसाद की कहानी

मन घूमता है बार-बार उन्हीं खंडहर हो गए मकानों में, रोता-तड़पता, शिकायतें करता, सूने-टूटे कोनों में ठहरता, पैबंद लगाने की…

2 years ago
कुमाऊनी कहानी : जागकुमाऊनी कहानी : जाग

कुमाऊनी कहानी : जाग

पिरमूका दस्तनि स्वेर हाली. चारै दिन में पट्टै रै गयी. भ्यार भितेर जाण में घुनन में हाथ धरनयी. दास बिगाड़नि…

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लोक कथा : सौतेली माँलोक कथा : सौतेली माँ

लोक कथा : सौतेली माँ

एक दिन एक ब्राह्मण ने अपनी पत्नी को अपने बिना खाना खाने से मना किया ताकि कहीं ऐसा न हो…

2 years ago
पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ की कहानी जल्लादपांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ की कहानी जल्लाद

पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ की कहानी जल्लाद

प्रातः आठ साढ़े आठ बजे का समय था. रात को किसी पारसी कम्पनी का कोई रद्दी तमाशा अपने पैसे वसूल…

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ज्ञानरंजन की कहानी ‘अनुभव’ज्ञानरंजन की कहानी ‘अनुभव’

ज्ञानरंजन की कहानी ‘अनुभव’

1970 की गर्मियों का प्रारंभ था. गंगा के मैदान में गर्मियों के बारे में सभी जानते हैं. यहाँ पर मौसम…

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जो परदेश रहता है उसी की इज़्ज़त होती हैजो परदेश रहता है उसी की इज़्ज़त होती है

जो परदेश रहता है उसी की इज़्ज़त होती है

पहाड़ से मैदान की ओर जाने पर लगता है जैसे सीढ़ी से उतरते हुए चौक में आ रहे हों. कोटद्वार…

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जुगल किशोर पेटशाली की पुस्तकों का विमोचनजुगल किशोर पेटशाली की पुस्तकों का विमोचन

जुगल किशोर पेटशाली की पुस्तकों का विमोचन

दून पुस्तकालय एवम् शोध केंद्र की ओर से लोक संस्कृतिविद् जुगल किशोर पेटशाली की कुमाऊं की लोकगाथाओं पर आधारित पुस्तक…

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पहाड़ के कथा शिल्पी शैलेश मटियानी की कहानियां अब उर्दू में भीपहाड़ के कथा शिल्पी शैलेश मटियानी की कहानियां अब उर्दू में भी

पहाड़ के कथा शिल्पी शैलेश मटियानी की कहानियां अब उर्दू में भी

हल्द्वानी के फ़रीद अहमद ने किया ‘शैलेश मटियानी’ की कहानियों का उर्दू अनुवाद उत्तराखण्ड के बाड़े छीना (अल्मोड़ा) में जन्मे,…

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मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘सौत’मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘सौत’

मुंशी प्रेमचंद की कहानी ‘सौत’

जब रजिया के दो-तीन बच्चे होकर मर गये और उम्र ढल चली, तो रामू का प्रेम उससे कुछ कम होने…

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