समाज

सामाजिक सरोकारों से सरोकार रखने वाले डॉ. दीवान नगरकोटी नहीं रहे

सुबह सबेरे ही आज लखनऊ से मित्र मोहन उपाध्याय ने दिल उदास करने वाली खबर दी कि दीवान नगरकोटी नहीं…

2 years ago

चालाक सियार: पहाड़ी लोककथा

एक बार जंगल में तेंदुए, भेड़िए, बिल्ली, चूहे और सियार ने मिलकर एक बेहद तेज भागने वाले मोटे हिरन को…

2 years ago

सावन की शुरुआत में हरेले का गीत

पिछले कुछ सालों से उत्तराखण्ड के युवाओं द्वारा लोक संगीत को नए कलेवर में पेश करने का चलन देखने में…

2 years ago

आज सुबह पहाड़ियों के घरों में पकवानों की सुंगध बिखरेगी

https://www.youtube.com/embed/tcTwDbR_I2I आज सुबह पहाड़ में लम्बी उम्र के आशीर्वचन कहे जायेंगे और घरों में पकवानों की सुंगध बिखरेगी. पिछले दिनों…

2 years ago

सियार और बाघिन की शादी : पहाड़ी लोककथा

पहाड़ सियारों के मूल घर हुआ करते थे और बाघ रहते थे तराई में. एक बार दोनों के सरदारों में…

2 years ago

कुमाऊं में दलित उत्पीड़न के खिलाफ़ आवाज उठाने वाले पहले पहाड़ी

https://www.youtube.com/embed/EoxvdxDnSk8 अट्ठारहवीं शताब्दी में ब्रिटिश भारत के कुमाऊँ-गढ़वाल मंडलों में जातिवादी उत्पीड़न अपने चरम पर था. मुंशी हरिप्रसाद टम्टा का…

2 years ago

बीनबाजे और हुड़के की जोड़ी

https://www.youtube.com/embed/B1mZRlIaWjM मशकबीन और हुड़के की जोड़ी पहाड़ के लोक की सबसे जुदा जोड़ी हुआ करती थी. एक तरफ बीनबाजे के नाम…

2 years ago

लैंसडाउन के भूत का सच

https://www.youtube.com/embed/wx2vlQmFSHY गढ़वाल के लैंसडाउन में है गढ़वाल राइफल्स का गौरवशाली केंद्र. यहां भारत के जांबाज जवानों के शौर्य व पराक्रम…

2 years ago

कठपुड़िया: दूसरों के उजाले के लिए लकड़ियां इकठ्ठा करने की पहाड़ी परम्परा

हमारे पहाड़ों में कठपुड़िया नाम काफी प्रचलित है. वैसे तो कठपुड़िया नाम की जगहें भी हैं पर यहां पर बात…

2 years ago

हरेला कब बोते हैं

हरेला प्रकृति से जुड़ा एक लोकपर्व है जो उत्तराखंड के पहाड़ी समाज द्वारा मनाये जाने वाले पर्वों में सबसे महत्वपूर्ण…

2 years ago