समाज

खटीमा गोलीकांड के 28 बरस

1994 के साल सितम्बर महीने की पहली सुबह थी. आज खटीमा में सरकार की गुंडागर्दी के विरोध में एक प्रदर्शन…

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सिलोर का शिव मंदिर और प्राचीन शिलाओं से निर्मित नौले

तीन साल पहले सहधर्मिणी व बच्चों को अपना मकोट और बच्चों का बुड़ मकोट दिखाकर लाया था. आज फिर मन…

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कहानी पंचकेदार की

https://www.youtube.com/embed/6wrLJPYnxUU उत्तराखण्ड को देवभूमि भी कहा जाता है. यहाँ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बने मंदिर देश-विदेश के करोड़ों लोगों की…

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आज पिथौरागढ़ में लखिया भूत देखने उमड़ते हैं लोग

सातों-आठों पिथौरागढ़ जिले का एक महत्वपूर्ण लोकपर्व है. लोक में गौरी को दीदी और महेश्वर को भिन माना जाता है.…

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गिर्दा हमारे दिलों में अमर हैं

प्रख्यात जनधर्मी कलाकार-कवि के रूप में गिर्दा हमारे दिलों में अमर हैं. गिर्दा के अवसान के बाद उनके परम मित्र…

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कत्यूर शासकों ने जोशीमठ से राजधानी क्यों बदली

इस बात के साक्ष्य मिलते हैं कि उत्तराखंड क्षेत्र के पहले शासक कत्युरों की पहली राजधानी जोशीमठ में थी. यह…

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मेरे स्कूल का सुनहरा साल

पचास साल हो गये हैं, मेरे स्कूल की स्थापना के. स्वर्ण जयंती साल है 2022. पचास साल पहले 22 अगस्त…

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कुमाऊं में दैनिक जीवन से विलुप्त हो चुकी एक परम्परा

कुमाऊं क्षेत्र में अब सिर ढकने की परम्परा पूरी तरह समाप्त हो चुकी है. कम लोग ही जानते हैं एक…

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उत्तराखंड में भादो अष्टमी और सातों-आठों का लोकपर्व

इन दिनों कुमाऊं की धरती पग-पग पर माता भवानी की डलिया लेकर इन्हीं गीतों और संगीत के रंग में डूब…

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लोकपर्व सातों-आठों पर कही जाने वाली कथा

कुमाऊं में सातों-आठों की खूब धूम रहती है. कुमाऊं क्षेत्र में एक बड़े समाज द्वारा सातों-आठों का पर्व मुख्य पर्व…

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