इतिहास

जोहार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमिजोहार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

जोहार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

वर्तमान का अतीत में समाहित होकर भविष्य में उजागर होना ही इतिहास है. यह आलेख, शिलालेख, गुहा चित्र, ताम्र पत्र,…

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कुमाऊं का ऐसा गुप्त संगठन जिसकी सदस्यता खून से हस्ताक्षर करने पर ही मिलती थीकुमाऊं का ऐसा गुप्त संगठन जिसकी सदस्यता खून से हस्ताक्षर करने पर ही मिलती थी

कुमाऊं का ऐसा गुप्त संगठन जिसकी सदस्यता खून से हस्ताक्षर करने पर ही मिलती थी

भारत की स्वतंत्रा के लिए राष्ट्रीय आन्दोलन में अनेक रूपों में जनता ने अपना योगदान दिया. देश के कोने-कोने में…

2 years ago
गढ़वाल का शहर, दुगड्डा : रूह है पर आब उड़ गईगढ़वाल का शहर, दुगड्डा : रूह है पर आब उड़ गई

गढ़वाल का शहर, दुगड्डा : रूह है पर आब उड़ गई

-भगवतीप्रसादजोशी , 'हिमवन्तवासी ' यू.पी. में पुख्ता बुनियाद वाले जिला बिजनौर में नवाब नजीबुद्दौला द्वारा बसाए  गए और दिल दिलेर…

2 years ago
अस्कोट रियासत पर एक महत्वपूर्ण लेखअस्कोट रियासत पर एक महत्वपूर्ण लेख

अस्कोट रियासत पर एक महत्वपूर्ण लेख

अस्कोट में कुल क्षेत्रफल प्रति एकड़ चार आना नौ पाई राजस्व निर्धारित है जबकि कृषि भूमि पर यह दर सात…

2 years ago
भारतीय इतिहास लेखन में क्षेत्रीय इतिहास की भूमिकाः उत्तराखण्ड के संदर्भ मेंभारतीय इतिहास लेखन में क्षेत्रीय इतिहास की भूमिकाः उत्तराखण्ड के संदर्भ में

भारतीय इतिहास लेखन में क्षेत्रीय इतिहास की भूमिकाः उत्तराखण्ड के संदर्भ में

भारत के प्रथम ऐतिहासिक ग्रंथ राजतरंगिणी के रचियता कल्हण ने ठीक ही कहा है—  श्लाध्यः स एव गुणवान् रागद्वेष बहिष्कृता भूतार्थकथने…

2 years ago
6 सितम्बर को अंग्रेजी दरबार में लगा था ‘गो बैक मैलकम हेली’ का नारा6 सितम्बर को अंग्रेजी दरबार में लगा था ‘गो बैक मैलकम हेली’ का नारा

6 सितम्बर को अंग्रेजी दरबार में लगा था ‘गो बैक मैलकम हेली’ का नारा

यह 1932 का बरस था और सितम्बर महीने की 6 तारीख. आज पौड़ी में लाट मैलकम का दरबार लगा था.…

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खटीमा गोलीकांड के 28 बरसखटीमा गोलीकांड के 28 बरस

खटीमा गोलीकांड के 28 बरस

1994 के साल सितम्बर महीने की पहली सुबह थी. आज खटीमा में सरकार की गुंडागर्दी के विरोध में एक प्रदर्शन…

3 years ago
कत्यूर शासकों ने जोशीमठ से राजधानी क्यों बदलीकत्यूर शासकों ने जोशीमठ से राजधानी क्यों बदली

कत्यूर शासकों ने जोशीमठ से राजधानी क्यों बदली

इस बात के साक्ष्य मिलते हैं कि उत्तराखंड क्षेत्र के पहले शासक कत्युरों की पहली राजधानी जोशीमठ में थी. यह…

3 years ago
गढ़वाल के वीर सेनापति ‘लोदी रिखोला’ की कहानीगढ़वाल के वीर सेनापति ‘लोदी रिखोला’ की कहानी

गढ़वाल के वीर सेनापति ‘लोदी रिखोला’ की कहानी

पट्टी मल्ला बदलपुर के बयेली गांव में लगभग सन 1590 ई० में लोदी रिखोला का जन्म रिखोला परिवार में हुआ…

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1992 में हटाये गए अतिक्रमणों को लम्बे समय तक याद रखा हल्द्वानी शहर ने1992 में हटाये गए अतिक्रमणों को लम्बे समय तक याद रखा हल्द्वानी शहर ने

1992 में हटाये गए अतिक्रमणों को लम्बे समय तक याद रखा हल्द्वानी शहर ने

अतिक्रमण और उन्हें हटाए जाने की सरकारी प्रक्रिया एक आम बात है किन्तु हल्द्वानी शहर 1992 में हटाये गए अतिक्रमणों…

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