संस्कृति

कोट की माई भ्रामरी : आस्था, श्रद्धा और संस्कृति के संगम

नंदा के लोग! आस्था ,श्रद्धा और संस्कृति के संगम को अनुभव करना हो तो उत्तराखण्ड के नंदा देवी मेलों में…

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लोककथा : कर्ज

दूर देश से यह तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर पहुंचा. बाबा केदार के दर्शन कर वह वापस लौट…

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झूसिया दमाई : कालीतट की भारतीय और नेपाली साझी संस्कृति की मौखिक परम्परा की जीवंत कड़ी

बस्कोट (नेपाल) में जन्मे झूसिया दमाई (जन्म: 1910, मृत्युः 16 नवम्बर 2005) जितने नेपाल के थे उतने ही भारत के…

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मशकबीन : स्कॉटलैंड से आकर उत्तराखण्ड के पहाड़ों में जड़ पकड़ने वाला बाजा

मशकबीन के बिना जैसे उत्तराखण्ड के लोकसंगीत की कल्पना तक करना मुश्किल है. मशक्बाजा या मशकबीन के सुर और पहाड़…

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कलुवावीर : उत्तराखण्ड के लोकदेवता

कलुवा शायद एक नागपंथी सिद्ध था. अपनी सिद्धियों की वजह से ही उसने इस पंथ में अपनी ख़ास जगह बना…

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नए अंदाज में सुनिये कुमाऊनी होली मोहन गिरधारी

होली के जश्न में चार चाँद लगाती है कुमाऊनी होली 'हां, हां, हां, हां... मोहन गिरधारी... रूमानी छेड़छाड़ और चुहल…

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इस बसंत गिर्दा की संगीतमय कविता का रस

कबूतरी देवी, भानुराम सुकोटी गिर्दा और हीरा सिंह राणा के सर्वकालिक लोकप्रिय गीतों को रीक्रियेट कर चुके करन जोशी के…

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अपनी दुधबोली से एक परिचय

कुमाऊनी भाषा उत्तराखंड के कुमाऊँ मण्डल के छह जनपदों में बोली जाती है. इसके अलावा देश के विभिन्न भागों में…

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घुघुत के अण्डों से ऐसे बने धरती और आकाश : कुमाऊंनी लोकगीत

कुमाऊंनी लोकसाहित्य में अनेकानेक पक्षियों का उल्लेख है. मोनाल, तीतरी, शुक, कव्वा, गौतेली, कफुआ, हुट-हुटिया आदि. लेकिन घुघुत का उल्लेख…

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नए साल में अमेरिका में धूम मचाने को तैयार ऐपण डिजाइन से सजी साड़ियां

उत्तराखण्ड की लुप्त होती पारंपरिक लोककलाओं के दौर में ही ऐपण के अच्छे दिन चल रहे हैं. कुमाऊं की चित्रकला…

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