पर्यावरण

कल बोया जायेगा हरेला

हरेला उत्तराखंड का एक लोकप्रिय त्यौहार है. हरेला एक वर्ष में तीन बार मनाया जाने वाला प्रकृति से जुड़ा एक…

5 years ago

आठ करोड़ पौधे लगाने वाले पिथौरागढ़ के पर्यावरणविद कुंवर दामोदर सिंह राठौर

2016 में मई महीने में डीडीहाट के आस-पास के जंगलों में आग लगती है. भनौरा गांव में रहने वाला 91…

5 years ago

तिमला: स्वाद ही नहीं सेहत का खजाना भी है

वैसे तो उत्तराखण्ड में बहुमूल्य जंगली फल बहुतायत मात्रा में पाये जाते हैं जिनको स्थानीय लोग, चरवाहे और पर्यटक बड़े…

5 years ago

फायदेमंद है जोंक से अपना खून चुसवाना

बरसात के मौसम में पहाड़ी इलाकों में जोंकें देखी जाती हैं. स्थानीय लोग तो इसके अभ्यस्त हो जाते हैं लेकिन…

5 years ago

फ्रेंड ऑफ विंटर कहा जाने वाला चीड़ जंगलों का दुश्मन कैसे बना

उत्तराखण्ड देवभूमि में लगभग 2000 मीटर तक की ऊंचाई तक चिर पाइन यानी भारतीय चीड़ के जंगल मिल जाएंगे, ऊंचे-ऊंचे…

5 years ago

पर्वतारोहियों की मृत्यु की सूचना सम्मानपूर्वक दे सकने तक का समय नहीं है पिथौरागढ़ जिला प्रशासन के पास

District Administration Pithoragarh फेसबुक पेज का स्क्रीन शॉट 28 जून के दिन का यह पोस्ट पिथौरागढ़ जिला प्रशासन के फेसबुक…

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किलमोड़ा: स्वाद और औषधीय गुणों से भरपूर

आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा है, अब प्राकृतिक रूप से उगने वाली कटीली झाड़ी किलमोड़ा उत्तराखंड में किसानों के लिए फायदे…

5 years ago

54,000 रुपये पकड़ो और चुपचाप हमारा कचरा उठाओ

एकाध करोड़ की नहीं यह पूरे 200 करोड़ रुपये की शादी थी. दक्षिण अफ्रीका में रहने वाले भारतीय मूल के…

5 years ago

शादी में आये मेहमानों का मल बह रहा है औली में

यह तो होना ही था! उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने और सरकार की आय में बढ़ोत्तरी करने के नाम…

5 years ago

मजा बड़ी चीज है चचा! पहाड़ से हमें क्या लेना देना!

इस बार पुट्टन चाचा पहाड़ से वापस आए तो उनके कैमरे में गदेरों से ज्यादा धुंआ भरा था. फोन गैलरी…

5 years ago