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छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : लम्बी सी डगर न खले

पिछली कड़ी - छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जिंदगी धूप तुम घना साया पिथौरागढ़ के सीमांत से हो रहे इस व्यापार और…

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उत्तराखंड में वनाग्नि की समस्या पर एक जमीनी रपट

ऐतिहासिक दृष्टि से मानव सभ्यता के विकास में आग का महत्वपूर्ण योगदान है. पुरातत्ववेत्ताओं के अनुसार अफ्रीका में पैलियोलिथिक काल…

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बकरी और भेड़िये

अल सुभह गांव के चौराहे वाले चबूतरे पर ननकू नाई उकड़ूं बैठकर अपने औजारों की सन्दूकची खोजने ही जा रहा…

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1 मई और रुद्रप्रयाग का बाघ

यह लेख वरिष्ठ पत्रकार व संस्कृतिकर्मी अरुण कुकसाल की किताब ‘चले साथ पहाड़’ का एक अंश है. किताब का ऑनलाइन…

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छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : जिंदगी धूप तुम घना साया

पिछली कड़ी - छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : धूप सुनहरी-कहीं घनेरे साये "अब सुनो, ये जोहार के व्यापारी तिब्बत से व्यापार करने…

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खोज्यालि-खोज्यालि, मेरी तीलु बाखरी

https://www.youtube.com/embed/Vtrp3s-fXuo पशुपालक समाजों में पशु के गुण-विशेष से आत्मीयता बरती जाती रही है. नेगी जी ने गढ़वाल की प्राथमिक अर्थव्यवस्था…

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गुप्तकाल में कुमाऊं

कुषाण शासन के विघटन के उपरान्त उत्तर भारत में जिन राजाओं ने अपने छोटे-छोटे स्वतंत्र राज्य स्थापित किए उनमे से…

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पलायन : किसी के लिए वरदान, किसी के लिए श्राप

पलायन पर्वतीय क्षेत्रों के लिए गंभीर समस्या के रूप में उभर रही है. उत्तराखंड में रोज़गार की कमी, राज्य में…

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कुमाऊनी लोक कथा : खाचड़ी

एक भै लाट. एक बखत उ आपण सैंणी कैं बुलूण हैं सौरास हैं बटी रौछ्यू. जाण बखत वीलि इज छैं…

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छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : धूप सुनहरी-कहीं घनेरे साये

पिछली कड़ी : छिपलाकोट अन्तर्यात्रा : तू भी मिला आशा के सुर में मन का ये एकतारा हरिनन्दन निवास- यह…

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