कॉलम

इस बार मण्डल के साथ कमण्डल

लगभग तीन दशक बाद ‘मण्डल-राजनीति’ का नया दौर शुरू हुआ है. रोचक बात यह है कि इस बार वही भारतीय…

7 years ago

ह्यूंद का चोर और लागुली की काखड़ियाँ

इन दिनों भादो-असोज के चटक नीले आसमान से बिखरते घाम से हरे गलीचे सी बिखरी घास, पेड़ों की टहनियों से…

7 years ago

हम जाने भी कहां देंगे तुमको गिर्दा

उस साल यानी 2010 में अचानक एक याद बन गया गिर्दा. इतवार, 22 अगस्त का दिन था. बारह बजे के…

7 years ago

दिल ढूंढता है फिर वही नैनीताल एक्सप्रेस

सन 2016 के शुरुआती महीनों में लखनऊ से छोटी लाइन की ‘नैनीताल एक्सप्रेस’ ट्रेन पूरी तरह बंद होने की खबर…

7 years ago

सोचे से ज्यादा हासिल करने का मज़ा और साइंस की पढ़ाई

उन दिनों यह अफवाह जोरों पर रहती थी कि, इंटर साइंस कर लो, तो घर पर ही बुलावा आ जाता…

7 years ago

इंजीनियरिंग करने से बेहतर हो गया है घास छीलना

आज एम. विश्वेश्वरैया का जन्मदिन है. भारत में उनका जन्मदिन अभियन्ता दिवस (इंजीनियरिंग डे ) के रूप में मनाया जाता…

7 years ago

एक मिसाल है पहाड़ की यह बेटी

मेरे लिए वह एक प्यारी बहन है. मेरी अपनी बैणी. पहली बार उस लड़की से मिलिए तो उसमें आपको एक…

7 years ago

शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 11

यूपीएससी उपासक की वेदना अभी पंकज सर और देवेन्द्र `चुरू’ मिले कॉरीडोर में. दोनों ऐसे चल रहे थे जैसे कोई…

7 years ago

एक और दिवस और हिन्दी में बिन्दी

एक बड़ा सा हॉल, इतना बड़ा कि मेरे कल्लू-झल्लू बैल की जोड़ी के साथ हमारी तीनों भैंसे और एक थोरू…

7 years ago

नारायणराम टेलर मास्टर की फसक

नारायणराम मास्साब के बारे में समूचे रानीखेत और आसपास के इलाकों में विख्यात था कि वे नब्बे की उमर में…

7 years ago