कॉलम

जानूँ जानूँ री, काहे खनके है तोरा कंगना

मेलोडेलिशियस - 2 ये ऑल इंडिया रेडियो नहीं है. ये ज़ेहन की आवाज़ है. काउंट डाउन नहीं है ये कोई.…

6 years ago

लगी हो आग जंगल में कहीं जैसे, हमारे दिल सुलगते हैं

यदि आप हाल-फिलहाल उत्तराखण्ड में पर्यटक या ट्रेकर या पर्वतारोही बनकर आये हैं या ऐसा करने की मंशा रखते हैं…

6 years ago

बाल मिठाई का स्वाद बदलने में सरकारी नीतियां कितनी जिम्मेदार

जब उत्तराखंड एक पृथक राज्य बना था तो लोगों को उम्मीद थी कि यहां की भौगोलिक स्थिति को देखकर यहां…

6 years ago

अल्मोड़े का हरिया पेले

अल्मोड़ा (Hariya Pele of Almora) से कोई चालीसेक किलोमीटर दूर एक औसत, मझोले आकार का गांवनुमा कस्बा है दन्या. दन्या…

6 years ago

नैनीताल की मिसेज बनर्जी

‘हमारा जैसा बोलेंगा तो हिंदी कैसे बनेगा राष्ट्रभाषा, बोलो?’ ठीक तारीख याद नहीं है, 1978-79 के किसी महीने में एक…

6 years ago

ये आँखें ही काफी हैं `डेल्ही क्राइम’ देखना शुरू करने के लिए

देयर इज़ ऐन एक्टर हू वांट्स टू बी नोन ऐज़ ए पोएट एक दूसरा सच भी होता है जो अपराध…

6 years ago

ये नरभक्षी सियासत का दौर है मेरे बच्चे, तुम कैसे निबाहोगे?

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – छठी क़िस्त पिछली क़िस्त का लिंक: तुम्हारी मां के नसीब में…

6 years ago

यह कौन सा तरीका है बच्चों की परीक्षा लेने का

किसी बच्ची की नाक की लौंग खेंची जा रही है किसी के कान की बालियां. एक कोने में खड़ी दो…

6 years ago

मैंने तोते की लाश को तो दफ्न कर दिया, पर उसे मारने का अपराध बोध जिंदा रहा

पहाड़ और मेरा जीवन – 32 पिथौरागढ़ में रहते हुए मैं बचपन और कैशोर्य का ऐसा बेहोशी भरा जीवन जी…

6 years ago

उत्तराखंड में लोगों के लिये दलित हत्या कोई बड़ी बात नहीं है

क्या अगर आप से कोई कहे कि एक व्यक्ति की हत्या इसलिए की गयी है क्योंकि वह कुर्सी पर बैठकर…

6 years ago