कॉलम

अल्मोड़ा के दो पेड़ों का खूबसूरत मोहब्बतनामा

यह एक ऐसी प्रेम कहानी है जो आपने पहले शायद ही कहीं पढ़ी या सुनी हो. यह कहानी पिछले तकरीबन…

6 years ago

ये कौन आया…

छह-सात दशक पहले, हिंदी सिनेमा में रोमानी उत्थान के गीतों की जो धारा बहनी शुरू हुई, लंबे अरसे तक उनका…

6 years ago

महसूस तुम्हें हर दम फिर मेरी कमी होगी

मेलोडेलिशियस-3 (पोस्ट को रुचिता तिवारी की आवाज़ में सुनें) ये ऑल इंडिया रेडियो नहीं है. ये ज़हन की आवाज़ है.…

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कहां थे मेरे उजले दिन

कहो देबी, कथा कहो – 44 पिछली कड़ी - तोर मोनेर कथा एकला बोलो रे सांझ ढल गई थी और…

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भारत को विश्वगुरु बनाने की राह पर नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी उन चंद लोगों में हैं जिन्होंने बाल्यकाल से ही भारत को विश्वगुरु बनाने की ठानी है. अपनी शिक्षा…

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उठती है हर निगाह खरीदार की तरह

गैरीगुरु की पालिटिकल इकानोमी : अथ चुनाव प्रसंग-5 पिछली कड़ी- लोकतंत्र के पहरुवे जनतंत्र में जनगणमन की पूर्ण प्रतियोगिता से…

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काली कुमाऊँ की झलक – जयमित्र सिंह बिष्ट के फोटो

  जयमित्र सिंह बिष्ट अल्मोड़ा के जयमित्र बेहतरीन फोटोग्राफर होने के साथ साथ तमाम तरह की एडवेंचर गतिविधियों में मुब्तिला…

6 years ago

वो दिनभर किराए की साइकिल चलाना और बतौर कप्तान वो फुटबॉल मैच में मेरा अविश्वसनीय गोल

पहाड़ और मेरा जीवन – 33 पिथौरागढ़ से राजस्थान जाने के बाद मैं एक साल वहां रहा. इस एक साल…

6 years ago

लेखकों के सपने

मेरे द्वारा लिखे गये एक लेख के लिये सरकार मुझे गिरफ़्तार कर लेती है. मेरी गिरफ़्तारी से पूरे देश में…

6 years ago

माँ होने का मतलब उस स्त्री से पूछना जो माँ नहीं होती

'माँ, महान होती है.' 'माँ, महान ही होती है.' हमारी सामाजिक व्यवस्था में ये दोनों वाक्य अधूरे हैं. इसका एक…

6 years ago