अशोक पाण्डे

हल्द्वानी में यादों की बरात और शेट्टी की खोपड़ी

नाहिद में 'यादों की बारात' लगी थी. जमाने के टाइम के तकाज़े के हिसाब से हम चार दोस्त जीनातमान के…

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कुमाऊनी में गोल रहने की कला और उसका मतलब

छः लोगों ने चाय पी हो और आप उनमें से एक हों तो पेमेंट करते समय आपको हड़बड़ी करने की…

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असल कुमाऊनी भाषा का जायका

मनोहर श्याम जोशी के उपन्यास ‘कसप’ में नायिका बेबी कई बार अपने प्रेमी नायक डी डी उर्फ़ देबिया टैक्सी को…

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हल्द्वानी के टॉमी बाबू और उनका मुक्का

उस दिन इत्तेफ़ाक़न अपने दोस्त आलोक के घर जाना हुआ. कुछ सालों बाद. (Tommy Babu of Sadar Bazar Haldwani) आलोक…

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आज अपने इकलौते ओरिजिनल लेखक इब्ने सफ़ी को याद करने का दिन है

भारत की आज़ादी के बाद की शुरुआती दो पीढ़ियों के लिए इब्ने सफ़ी एक नाम से कहीं बढ़ कर हैं.…

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दोगांव की टिक्की न खाई तो क्या खाया

हल्द्वानी-नैनीताल राजमार्ग पर हल्द्वानी से 14 किलोमीटर दूर स्थित दोगांव बहुत लम्बे समय से पहाड़ की तरफ आने-जाने वाली गाड़ियों…

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अलौकिक है मुनस्यारी का थामरी कुण्ड

उत्तराखंड के मुनस्यारी नगर से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है थामरी कुण्ड. समुद्र की स्तर से करीब…

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अपने भीतर एक शानदार युग समेटे हुए है नैनीताल का यह आलीशान अड्डा

किसी भी शहर के सांस्कृतिक चरित्र की पहचान इस बात से होती है कि उसमें सलीके की किताबों की कितनी…

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कुमाऊँ में लकड़ी पर नक्काशी करने वाले आख़िरी उस्तादों में से एक धनीराम जी का इंटरव्यू

अठहत्तर साल के धनीराम जी कुमाऊँ की गौरवशाली काष्ठकला परंपरा के आखिरी उस्ताद ध्वजवाहक हैं. उन्होंने आज से साठ बरस…

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पहाड़ को जानने के लिए बेहद जरूरी हैं एटकिंसन और उनका हिमालयन गजेटियर

एडविन फीलिक्स टॉमस एटकिंसन आयरलैंड की टिपरी काउंटी में 6 सितम्बर 1840 को जन्मे थे. कीट-पतंगों का अध्ययन यानी एंटोमोलॉजी…

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