अमित श्रीवास्तव

सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर

काफल ट्री की आर्थिक सहायता के लिये क्लिक करें – Support Kafal Tree सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर! नाम बड़ा नाज़ुक है. बहुत…

9 months ago

एआई को चौथी औद्योगिक क्रान्ति कहा जाना

‘बेथ शैलोम’ संस्था की संस्थापक मरीना स्मिथ की पिछले बरस यानी दो हज़ार बाईस के जून महीने में मृत्यु हो…

10 months ago

अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित विनोद कुमार शुक्ल

हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण किन्तु सबसे शांत कवियों में से एक विनोद कुमार शुक्ल की कविता `मुझे बिहारियों से…

1 year ago

बावड़ी नौला वाव अल्मोड़ा

–रानी की वाव!–व्हाट? वाव? मैं भाषा में भटकता हूं... संस्कृत में एक शब्द है वापी. वापी यानी जलाशय या कुआं.…

1 year ago

अगर पहाड़ हैं जिन्नत तो रास्ता है यही

सुना करते थे वह बाग़ पुरफ़िज़ा है यहीअगर पहाड़ हैं जिन्नत तो रास्ता है यही हम वक्त के उस दौर…

2 years ago

हैं बिखरे रंग माज़ी के

उस तरफ विपुल की आवाज़ थी. इस तरफ फोन के जाने कौन था. तब तक, जब तक मैं नहीं था!…

2 years ago

लपूझन्ना जादू है!

किताब उठाते ही लगता है किसी जादूगर ने काले लंबे हैट में हाथ डालकर एक कबूतर निकाल दिया हो. किताब…

2 years ago

हलाल और झटका का झगड़ा इस तरह निपटाया नेताजी ने आज़ाद हिंद फ़ौज के सैनिकों के बीच

उनकी उम्र के बारे में ठीक-ठीक कुछ कहना मुश्किल है. गाँव के खांटी किसान. कद-काठी-काया ऐसी कि इस तरफ से…

2 years ago

मुझे पतंग उड़ाना सीख लेना चाहिए था

बहुत दूर तक नहीं जाती थी पतंग मेरीपश्चिम को बहती हवा अगरदो कलाइयां मारकर गिर जातीशिशू के आंगन, अनाथालय की…

2 years ago

ललित मोहन रयाल का नया उपन्यास ‘चाकरी चतुरंग’

व्यावहारिक- सामाजिक सन्दर्भों में 'व्यवस्था' का दृश्य-अदृश्य जितना व्यापक प्रभाव है साहित्यिक-सामाजिक विमर्श में ये उतना ही सामान्यीकृत पद है.…

2 years ago